12 जुलाई को खुलेगा Utkarsh SFB का आईपीओ, पैसे लगाने से पहले चेक करें 10 प्वाइंट्स में अहम बातें
Utkarsh SFB IPO: उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक का 500 करोड़ रुपये का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए कल 12 जुलाई को खुलेगा। इस महीने सेन्को गोल्ड के बाद खुलने वाला मेनबोर्ड का दूसरा आईपीओ होगा। मेनबोर्ड यानी बीएसई और एनएसई पर लिस्ट होने वाले आईपीओ। ग्रे मार्केट में इसके शेयर मजबूत स्थिति में हैं। नीचे इश्यू से जुड़ी पूरी डिटेल्स दस प्वाइंट्स में दी जा रही है
Utkarsh SFB IPO: इस आईपीओ में 23-25 रुपये के प्राइस बैंड में पैसे लगा सकेंगे।
Utkarsh SFB IPO: उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक का 500 करोड़ रुपये का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए कल 12 जुलाई को खुलेगा। इस महीने सेन्को गोल्ड के बाद खुलने वाला मेनबोर्ड का दूसरा आईपीओ होगा। मेनबोर्ड यानी बीएसई और एनएसई पर लिस्ट होने वाले आईपीओ। ग्रे मार्केट में इसके शेयर मजबूत स्थिति में हैं। इसके शेयर इश्यू के प्राइस बैंड के अपर प्राइस के हिसाब से 15 रुपये की GMP (ग्रे मार्केट प्रीमियम) पर हैं। हालांकि मार्केट एक्सपर्ट के मुताबिक ग्रे मार्केट से मिले संकेतों की बजाय कंपनी के फंडामेंटल्स और फाइनेंशियल्स के आधार पर निवेश से जुड़ा फैसला लेना चाहिए। नीचे इश्यू से जुड़ी पूरी डिटेल्स दस प्वाइंट्स में दी जा रही है।
Utkarsh SFB IPO: सब्सक्रिप्शन पीरियड
उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए कल 12 जुलाई को खुलेगा। इसमें 14 जुलाई तक पैसे लगा सकेंगे।
Utkarsh SFB IPO: इश्यू साइज
इस इश्यू के तहत 500 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी होंगे। इश्यू के तहत सिर्फ 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 20 करोड़ इक्विटी शेयर जारी होंगे। ऑफर फॉर सेल (OFS) विंडो के तहत शेयरों की बिक्री नहीं होगी।
इस आईपीओ में 23-25 रुपये के प्राइस बैंड में पैसे लगा सकेंगे। इश्यू का 75 फीसदी हिस्सा क्वालिफाईड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB), 15 फीसदी नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स और 10 फीसदी खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित है।
Utkarsh SFB IPO: लॉट साइज
इस इश्यू के तहत 600 शेयरों के लॉट में बोली लगा सकते हैं। इस इश्यू के तहत खुदरा निवेशकों को प्राइस बैंड के अपर प्राइस के हिसाब से कम से कम यानी एक लॉट के लिए 15 हजार रुपये और अधिकतम 13 लॉट के लिए 1.95 लाख रुपये डालने होंगे।
Utkarsh SFB IPO: लक्ष्य
आईपीओ के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी टियर- कैपिटल बेस बढ़ाने और इश्यू से जुड़े खर्चों से निपटने में करेगी
Utkarsh SFB IPO: प्रोफाइल
क्रिसिल की रिपोर्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 2019 से वित्त वर्ष 2023 के बीच 6 हजार करोड़ रुपये से अधिक वाले स्मॉल फाइनेंस बैंकों में तीसरा सबसे तेज ग्रॉस लोन पोर्टफोलियो उत्कर्ष का बढ़ा है। इसके प्रमोटर उत्कर्ष कोरइनवेस्ट ने एनबीएफसी के रूप में वित्त वर्ष 2010 में काम शुरू किया था। अक्टबूर 2015 में इसे स्मॉल फाइनेंस बैंक शुरू करने के लिए आरबीआई की मंजूरी मिली जिसके बाद उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक को अप्रैल 2016 में पूर्ण मालिकाना हक वाली सब्सिडियरी के रूप में सेटअप किया गया।
आरबीआई से लाइसेंस पाने के बाद नवंबर 2016 में उत्कर्ष कोरइनवेस्ट ने अपना माइक्रोफाइनेंस कारोबार इसे ट्रांसफर कर दिया। फिर स्मॉल फाइनेंस बैंक ने अपना काम जनवरी 2017 में शुरू किया। मार्च 2023 के आंकड़ों के मुताबिक देश के 26 राज्यों और यूनियन टेरिटरीज में इसके 830 बैंकिंग आउटलेट्स और 15424 एंप्लॉयीज हैं। इसका मुख्यालय वाराणसी में स्थित है।
इस स्मॉल फाइनेंस बैंक की सिर्फ एक प्रमोटर उत्कर्ष कोरइनवेस्ट (पूर्व नाम उत्कर्ष माइक्रो फाइेंस) है जिसके पास बैंक की 84.75 फीसदी हिस्सेदारी है। बाकी शेयर पब्लिक शेयरहोल्डर्स के पास हैं। इसके एमडी और सीईओ गोविंद सिंह हैं। वहीं प्रवीण कुमार गुप्ता इसके बोर्ड के स्वतंत्र निदेशक और पार्ट-टाइम नॉन-एग्जेक्यूटिव चेयरमैन हैं।
Utkarsh SFB IPO: वित्तीय सेहत
वित्त वर्ष 2020 में इसे 1.87 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट हुआ था जो अगले ही वित्त वर्ष गिरकर 1.12 करोड़ रुपये पर आ गया। इसके बाद वित्त वर्ष 2022 में यह गिरकर और नीचे 61.46 लाख रुपये पर आ गया। हालांकि पिछले वित्त वर्ष स्थिति सुधरी और इसे 2022-23 में 4.04 करोड़ रुपये. का शुद्ध मुनाफा हासिल हुआ। हालांकि इस दौरान इसका रेवेन्यू लगातार बढ़ा है। वित्त वर्ष 2020 में 14.06 करोड़ रुपये, वित्त वर्ष 2021 में 17.06 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2022 में 20.34 करोड़ रुपये से बढ़कर इसका रेवेन्यू वित्त वर्ष 2022-23 में 28.04 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
Utkarsh SFB IPO: रिस्क और कंसर्न्स
ब्रोकरेज फर्म रिलायंस सिक्योरिटीज ने उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक के आईपीओ को लेकर जो कुछ रिस्क बताए हैं। इसमें एक तो यह है कि इसका कारोबार आरबीआई समेत अन्य रेगुलटरीज की निगरानी में है। इसका माइक्रोबैंकिंग सेगमेंट में एडवांसेज का एक बड़ा हिस्सा बिहार और यूपी के ग्राहकों का है। यह अपने प्रमुख मैनेजेरियल पर्सनल और सीनियर मैनेजमेंट पर बहुत ज्यादा निर्भर है। डिपॉजिट्स के लिए यह सीमित ग्राहकों पर निर्भर है। इसके इनटर्नल कंट्रोल सिस्टम के फेल होने पर बिजनेस प्रभावित हो सकता है। वहीं इंश्योरेंस कवरेज क्लेम को पूरा करने के लिए अपर्याप्त हो सकता है।
Utkarsh SFB IPO: लिस्टिंग और अलॉटमेंट
आईपीओ की सफलता के बाद उत्कर्ष एसएफबी के शेयरों का अलॉटमेंट 19 जुलाई को फाइनल होगा। जिन्हें इसके शेयर नहीं मिलेंगे, उनके पैसे 20 जुलाई को रिफंड होंगे और जिन्हें अलॉट होंगे, उनके डीमैट खाते में इसे 21 जुलाई को भेज दिया जाएगा। शेयरों की बीएसई और एनएसई पर 24 जुलाई को एंट्री होगी। इस इश्यू के लिए बुक रनिंग लीड मैनेजर आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज और कोटक महिंद्रा कैपिटल हैं। वहीं रजिस्ट्रार केफिन टेक है।
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