Credit Cards

Zepto IPO : जेप्टो का IPO टला, इटरनल और स्विगी के शेयरों में आई बहार

Zepto IPO IPO postponed : Zepto IPO 2026 तक के लिए टाल दिया गया है। यह आईपीओ इसी साल आना था। मुंबई के धारावी स्टोर पर छापे के बाद स्टोर का लाइसेंस रद्द कर दिया गया है। कंपनी पर आरोप है कि उसने फूड सेफ्टी स्टैंडर्ड का उल्लंघन किया है। इसके अलावा और कई खामियां मिली हैं

अपडेटेड Jun 04, 2025 पर 3:39 PM
Story continues below Advertisement
ZEPTO के लिस्ट न होने से निवेशकों के पास निवेश के लिए सिर्फ दो कंपनियां इटरनल और स्विगी ही होंगी। संस्थागत निवेशक पूरा फोकस इन दोनों कंपनियों पर ही करेंगे

जोमैटो (Eternal) और स्विगी (Swiggy) में आज अच्छी तेजी है। जोमैटो (Eternal)  और स्विगी (Swiggy) में आज अच्छी तेजी है। Eternal का शेयर 7.33 रुपए यानी 3.08 फीसदी बढ़कर 245 रुपए के आसपास कारोबार कर रहा है। आज का इसका दिन का हाई 248 रुपए है। स्विगी के शेयरों की बात करें तो यह 28.75 रुपए यानी 8.63 फीसदी की बढ़त के साथ 362 रुपए के आसपास कारोबार कर रहा है। आज का इसका दिन का हाई 364.95 रुपए है। दरअसल ZEPTO ने अपना IPO टाल दिया है। ZEPTO ने क्यों टाला इश्यू और कैसे इश्यू का टलना इटरनल और स्विगी के लिए फायदेमंद है, आइए इस पर डालते हैं एक नजर।

Zepto IPO 2026 तक के लिए टला

Zepto IPO 2026 तक के लिए टाल दिया गया है। यह आईपीओ इसी साल आना था। मुंबई के धारावी स्टोर पर छापे के बाद स्टोर का लाइसेंस रद्द कर दिया गया है। कंपनी पर आरोप है कि उसने फूड सेफ्टी स्टैंडर्ड का उल्लंघन किया है। इसके अलावा और कई खामियां मिली हैं। कंपनी का यह भी कहना है कि आईपीओ इश्यू के लिए उसकी वित्तीय सेहत अच्छी नहीं है। कैश बर्न (Cash Burn) भी ज्यादा। कंपनी के अभी हर महीने 6-7 करोड़ डॉलर खर्च करना पड़ रहा है। चौथी तिमाही में कंपनी का आय और मुनाफा दोनों लक्ष्य से कम रहे हैं।


कंपनी के लिए 100 करोड़ महीने का सैलरी बिल देना मुश्किल हो रहा है। डिलीवरी पार्टनर्स के साथ भी विवाद है। दिल्ली NCR में कई स्टोर बंद हो गए हैं। स्विगी के घटते वैल्युएशन के चलते भी इश्यू वापस लिया गया है।

Zepto ने 2026 के लिए टाला IPO का प्लान, लेकिन DRHP इसी साल करेगी फाइल; प्राइवेट फंडिंग की जुगत में कंपनी

Eternal और Swiggy को कैसे होगा फायदा?

ZEPTO के आईपीओ के टलने से Eternal और Swiggy को कैसे फायदा होगा, इसकी बात करें तो ZEPTO के लिस्ट न होने से निवेशकों के पास निवेश के लिए सिर्फ दो कंपनियां होंगी। संस्थागत निवेशक पूरा फोकस इन दोनों कंपनियों पर ही करेंगे। ZEPTO के डिलीवरी पार्टनर्स विवाद और स्टोर बंद होने से भी इन दोनें कंपनियों को फायदा होगा। दोनों के लिए अपना मार्केट शेयर बढ़ाना आसान होगा।

 

डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।