Assam Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 की शुरुआत हो गई है। 19 अप्रैल को 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 102 संसदीय क्षेत्रों में पहले चरण का मतदान (First Phase Voting) हुआ। इन राज्यों में असम भी शामिल है। असम की 14 में से 5 लोकसभा सीट्स- काजीरंगा, सोनितपुर, लखीमपुर, डिब्रूगढ़, जोरहाट पर वोटिंग खत्म हो गई है। राज्य की पांचों लोकसभा सीट पर सुबह 7 बजे मतदान शुरू हुआ। इन 5 सीट पर कुल 86,47,869 मतदाताओं के हाथ में 35 उम्मीदवारों की किस्मत थी। कुल वोटर्स में महिला मतदाताओं की संख्या 43 लाख 64 हजार 869, जबकि पुरुष मतदाताओं की संख्या 42 लाख 82 हजार 887 है। तृतीय लिंग (ट्रांसजेंडर) के मतदाताओं की संख्या 123 है।
मतदान के पहले दो घंटे के अंदर अधिकांश उम्मीदवारों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।असम में मतदान के दौरान मतदान केंद्रों के बाहर सुबह से ही लंबी कतारें देखी गईं और महिला मतदाताओं ने भी बढ़-चढ़कर लोकतंत्र के महापर्व में हिस्सा लिया।
बता दें कि इस बार देश में लोकसभा चुनाव 7 चरणों में होंगे। आखिरी चरण की वोटिंग 1 जून को होगी। 4 जून को चुनाव के नतीजे सामने आएंगे। पहले चरण में नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल के 8 मंत्रियों, 3 पूर्व मुख्यमंत्रियों और एक पूर्व राज्यपाल की चुनावी किस्मत का फैसला होने वाला था।
असम में 5 लोकसभा सीट्स पर शाम 7 बजे तक मतदान प्रतिशत 71.38 दर्ज किया गया। राज्य में जोरहाट और डिब्रूगढ़ लोकसभा सीट काफी अहम हैं। जोरहाट से पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई के बेटे गौरव गोगोई कांग्रेस से चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने पिछले दो लोकसभा चुनावों में कलियाबोर लोकसभा सीट से जीत दर्ज की थी। उनका मुकाबला 2019 में जीते बीजेपी के तपन कुमार गोगोई से है। दोनों ही प्रभावशाली अहोम समुदाय से आते हैं और इलाके में अच्छी पकड़ रखते हैं।
बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री और असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल को इस सीट से उम्मीदवार बनाया है। उन्हें केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री रामेश्वर तेली का टिकट काटकर उम्मीदवार बनाया गया है। उनके सामने असम जातीय परिषद (एजेपी) के 44 वर्षीय लुरिनज्योति गोगोई मैदान में हैं। I.N.D.I.A ब्लॉक से भी वही उम्मीदवार हैं। असम विधानसभा चुनाव के बाद बीजेपी ने सोनोवाल को हटाकर हिमंता विस्वा सरमा को राज्य का नया सीएम बनाया था। वहीं सोनोवाल को पार्टी ने राज्यसभा में भेजा था।
डिब्रूगढ़ लोकसभा सीट पर चाय जनजाति के मतदाताओं का दबदबा रहा है। इस संसदीय सीट पर करीब 16 लाख 50 हजार मतदाता हैं, जिनमें साढ़े छह लाख के आस-पास चाय जनजाति के वोटर हैं। करीब डेढ़ लाख सोनोवाल कछारी जनजाति के मतदाता हैं। रामेश्वर तेली भी चाय जनजाति समुदाय से हैं। पिछले कुछ सालों में चाय जनजाति समुदाय के बीच तेली की छवि कमजोर हुई है क्योंकि वह 10 साल के कार्यकाल में समुदाय के मुद्दों को संसद में उठाने में विफल रहे हैं।
सर्बानंद सोनोवाल ने अपना वोट डालने के बाद कहा, ‘यह वास्तव में एक अच्छा संकेत है कि लोग इतनी बड़ी संख्या में बाहर आ रहे हैं। लोगों की सहज भागीदारी से लोकतंत्र मजबूत होगा।’ सोनोवाल ने चौकीडिंग स्थित लक्ष्मीकांत बेजबरूआ भवन में बनाए गए एक मतदान केंद्र में अपना मत डाला। सोनोवाल के प्रतिद्वंद्वी लुरिनज्योति गोगोई ने तिनसुकिया जिले में वोट डाला। लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई ने जोरहाट शहर के देवी चरण बरुआ उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में एक मतदान केंद्र पर मतदान किया।
खराबी के कारण 150 EVM बदली गईं
राज्य में कुल 150 पूर्ण इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) खराबी आने के कारण बदली गईं। इसके अलावा, कई EVM की वीवीपैट और बैलेट यूनिट को भी खराबी के कारण बदला गया। EVM में तीन कंपोनेंट होते हैं– कंट्रोल यूनिट (सीयू), वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपैट) और बैलेट यूनिट (बीयू)। निर्वाचन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि ज्यादातर गड़बड़ियां ‘मॉक पोलिंग’ के दौरान देखी गईं, जो वास्तविक मतदान शुरू होने से 90 मिनट पहले शुरू हुई थीं। इसके बाद उन मशीनों को बदल दिया गया था। वास्तविक मतदान शुरू होने के बाद 6 EVM को बदला गया। इसके अलावा, विभिन्न मतदान केंद्रों पर 40 और वीवीपैट बदले गए।