Delhi Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होते ही दिल्ली में सियासी पारा चढ़ने लगा है। दिल्ली में 7 लोकसभा की सीटें हैं। बीजेपी अकेले चुनाव लड़ रही है। वहीं कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी (AAP) के साथ गठबंधन किया है। यानी कि आप ने इंडिया (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव एलायंस) के सीट बंटवारे पर बात पक्की कर ली है। दिल्ली की 7 लोकसभा सीटों में से आप 4 और कांग्रेस ने 3 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। दिल्ली में 25 मई को मतदान होना है। दिल्ली में इस बार के चुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला नजर नहीं आ रहा है। बीजेपी और इंडिया गठबंधन के बीच सीधी टक्कर नजर आ रही है।
उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार के चुनाव प्रचार में बीजेपी मोदी सरकार की ओर से किए गए काम गिनाएगी। वहीं गठबंधन सहयोगी आप और कांग्रेस बीजेपी को महंगाई, रोजगार के मुद्दों में चुनौती देने की कोशिश कर सकती है। इसके साथ ही विपक्षी CAA पर भी अपने विचार रख सकती है।
दिल्ली में BJP ने बदल दिए उम्मीदवार
दिल्ली के लोकसभा चुनाव में बीजेपी साल 2024 के लोकसभा चुनाव में कई उम्मीदवारों के नाम में बदलाव कर दिया है। सिर्फ मनोज तिवारी ही मौजूदा सांसद चुनाव लड़ रहे हैं। साल 2014 और 2019 में बीजेपी ने दिल्ली की सभी 7 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की थी। इस बार भी बीजेपी अपनी जीत बरकरार रखना चाहती है। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी का प्रदर्शन अच्छा रहा था। हालांकि इसके बाद के चुनाव में आम आदमी पार्टी का प्रदर्शन में गिरावट देखने को मिली। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी का वोट प्रतिशत 18.1 फीसदी गिरकर तीसरे पायदान पर पहुंच गया। पिछले दो लोकसभा चुनाव में करारी हार का सामना करने के बाद कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने इस बार गठबंधन करके मैदान में उतरने का फैसला किया है।
दिल्ली में इन मुद्दों पर हो सकती है चर्चा
दिल्ली विधानसभा चुनाव की तरह आम आदमी पार्टी को उम्मीद है कि उसकी सरकार की मुफ्त पानी और बिजली योजनाएं आम चुनाव में भी प्रमुख वोट खींचने का काम कर सकती हैं। इसके लिए आम आदमी पार्टी निम्न और मध्यम आय वर्ग (lower and middle-income groups) के मतदाताओं को टारगेट कर सकती है।
कहते हैं कि बीजेपी हमेशा राम भरोसे रहती है। लेकिन इस बार बीजेपी का रामभरोसा कुछ अलग हो गया है। बीजेपी ने कई दशकों के अपने वादे को पूरा कर दिखाया है। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण बीजेपी के लिए संजीवनी की तरह काम कर सकता है। बीजेपी की ओर से इसे चुनाव प्रचार में मुख्य मुद्दा बनाया जा सकता है।
बीजेपी ने चुनाव के दौरान मतदाताओं को लुभाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता और उनकी सरकार की योजनाओं पर भरोसा जताया है। इस बार बीजेपी 'मोदी की गारंटी' के साथ चुनाव प्रचार में उतर सकती है। वैसे भी पीएम मोदी की गारंटी इन दिनों पूरे देश में सुर्खियों में छाई हुई हैं।