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‘I.N.D.I.A.’ गुट 48 घंटे के भीतर चुन लेगा प्रधानमंत्री, कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने जताया विपक्षी गुट की बंपर जीत का भरोसा

Lok Sabha Chunav 2024: जयराम रमेश का ये भी कहना था कि ‘इंडिया जनबंधन’ के घटक दलों को जनादेश मिलने के बाद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के कुछ घटक भी इस गठबंधन में शामिल हो सकते हैं। हालांकि, कांग्रेस आलाकमान को ये तय करना होगा कि उन्हें गठबंधन में शामिल किया जाए या नहीं

अपडेटेड May 30, 2024 पर 3:48 PM
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Lok Sabha Chunav 2024: कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने जताया विपक्षी गुट की बंपर जीत का भरोसा

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने बृहस्पतिवार को कहा कि इस लोकसभा चुनाव में ‘I.N.D.I.A.’ गठबंधन ‘‘स्पष्ट औक निर्णायक जनादेश’’ हासिल करेगा और नतीजों के 48 घंटे के भीतर प्रधानमंत्री भी चुन लिया जाएगा। लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण के मतदान से पहले, प्रचार के आखिरी दिन न्यूज एजेंसी PTI को दिए इंटरव्यू में रमेश ने ये भी कहा कि विपक्षी गठबंधन में जिस पार्टी को सबसे ज्यादा सीट मिलेंगी, वही पार्टी अगली सरकार के नेतृत्व के लिए ‘स्वाभाविक दावेदार’ होगी।

उनका यह भी कहना था कि ‘इंडिया जनबंधन’ के घटक दलों को जनादेश मिलने के बाद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के कुछ घटक भी इस गठबंधन में शामिल हो सकते हैं। हालांकि, कांग्रेस आलाकमान को ये तय करना होगा कि उन्हें गठबंधन में शामिल किया जाए या नहीं। रमेश ने कहा कि 'इंडिया' गठबंधन स्थिर, पारदर्शी और जिम्मेदार सरकार देने को प्रतिबद्ध है।

नीतीश और चंद्रबाबू नायडू को मिलेगी जगह?


ये पूछे जाने पर कि क्या चुनाव के बाद जनता दल (यूनाइटेड) के अध्यक्ष नीतीश कुमार और तेलुगू देसम पार्टी (TDP) के प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू जैसे बीजेपी के सहयोगियों के लिए ‘इंडिया’ गठबंधन के दरवाजे खुले रहेंगे? कांग्रेस नेता ने कहा, "नीतीश कुमार पलटी के उस्ताद हैं। चंद्रबाबू नायडू 2019 में कांग्रेस के साथ थे। मैं बस इतना ही कहूंगा कि जब ‘इंडिया जनबंधन’ के घटक दलों को जनादेश मिलेगा, तो ‘इंडिया’ में NDA के कुछ घटक भी शामिल हो सकते हैं।"

इसके साथ ही उन्होंने इस बात पर जोर दिया, "कांग्रेस आलाकमान खड़गे, सोनिया और राहुल को फैसला करना होगा।"

'INDIA' से दो I निकालने पर बनेगा 'NDA'

उन्होंने कहा, ‘‘इंडिया गठबंधन और NDA में सिर्फ दो शब्दों का फर्क है। ‘इंडिया’ से दो ‘आई’ निकाल देने पर NDA बचेगा। इन दो आई का मतलब ‘इंसानियत’ और ‘ईमानदारी’ है। जिन पार्टियों में इंसानियत और ईमानदारी है, वो इंडिया गठबंधन में शामिल हैं।’’

उन्होंने कहा कि लोगों से जनादेश मिलने के बाद ‘इंडिया’ गठबंधन की सरकार ‘अधिनायकवादी’ नहीं, बल्कि ‘शासनवादी’ होगी।

लोकसभा चुनाव के छह चरणों के मतदान के बाद जमीनी स्थिति से जुड़े सवाल पर रमेश ने कहा कि इस चुनाव में BJP के पक्ष में कोई लहर नहीं, सिर्फ ‘निवर्तमान प्रधानमंत्री का जहर’ रहा है।

20 साल बाद इतिहास फिर दोहराया जाएगा

उनके मुताबिक 20 साल बाद इतिहास फिर दोहराया जाएगा और विपक्षी गठबंधन को ‘स्पष्ट और निर्णायक’ जनादेश मिलेगा।

रमेश ने कहा, "मैं संख्या के बारे में बात नहीं करना चाहता, लेकिन सिर्फ इतना कह रहा हूं कि हमें निर्णायक बहुमत मिलेगा। 272 बहुमत का आंकड़ा है, लेकिन ये निर्णायक नहीं है। जब मैं निर्णायक जनादेश कहता हूं, तो मेरा मतलब 272 सीट से काफी ऊपर की संख्या है।"

रमेश ने दावा किया कि कांग्रेस राजस्थान, कर्नाटक और तेलंगाना में ‘अच्छी बढ़त’ हासिल करेगी और महाराष्ट्र में ‘फायदे’ की स्थिति में होगी। उनका कहना था कि उत्तर प्रदेश में भी कांग्रेस को फायदा होगा और बीजेपी 2019 की अपनी 62 सीट से आगे नहीं जा पाएगी।

जिसकी जितनी हिस्सेदारी, उसकी उतनी दावेदारी

‘इंडिया’ गठबंधन की जीत की स्थिति में प्रधानमंत्री के चुनाव और नेतृत्व को लेकर कांग्रेस की दावेदारी से जुड़े सवाल पर रमेश ने कहा, "2004 में चुनाव नतीजे 13 मई को आए थे और संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन का गठन 16 मई को हुआ था। मनमोहन सिंह का नाम 17 मई को सामने आया था...इस बार मुझे नहीं लगता कि (प्रधानमंत्री के चयन पर निर्णय लेने में) 48 घंटे भी लगेंगे।"

उन्होंने यह भी कहा, "यह तर्कसंगत है कि जिस पार्टी को इस ‘जनबंधन’ में सबसे ज्यादा सीट मिलेंगी, वो नेतृत्व के लिए स्वाभाविक दावेदार होगी।" उनका कहना है कि इस चुनाव में बीजेपी का हिंदू-मुस्लिम का एजेंडा नहीं चला है।

सभा वर्ग मोदी को हराने में जुटे हैं: रमेश

रमेश ने कहा, ‘‘जमीन पर यह महसूस किया गया कि किसान, श्रमिक, युवा और पिछड़े वर्ग सब मोदी को हराने में जुटे हैं।’’

उन्होंने इस बात पर जोर दिया, "कांग्रेस और ‘इंडिया जनबंधन’ को बहुमत मिलने वाला है, क्योंकि ये चुनाव सिर्फ राजनीतिक दलों के बीच नहीं, बल्कि जनता और प्रधानमंत्री के बीच और जनता और बीजेपी के सांसदों के बीच है।"

शेयर बाजार में हलचल पर बोले कांग्रेस नेता

शेयर बाजार में हाल के दिनों में उथल-पुथल से जुड़े सवाल पर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि ये स्थिति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की ओर से पैदा की जा रही है।

रमेश ने कहा, "हम अपनी आर्थिक नीति जिम्मेदाराना तरीके से बनाएंगे। हमारी आर्थिक नीति में भय और आशंका पैदा करने की कोई गुंजाइश नहीं है। कर की दरों को नहीं बढ़ाया जाएगा।"

उन्होंने दावा किया कि मनमोहन सिंह के समय निजी निवेश GDP का 32 प्रतिशत हुआ करता था, मोदी सरकार में यह 27 प्रतिशत हो गया है।

रमेश ने कहा, "हमारा यह कहना है कि निवेशकों को घबराने की कोई जरूरत नहीं है। यह राजनीतिक उथल-पुथल है।" उनका यह भी कहना था कि इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और राहुल गांधी ने संविधान की रक्षा को विमर्श का केंद्रबिंदु बनाने में कामयाबी हासिल की है।

संविधान बचाने के लिए लड़ रही है कांग्रेस

कांग्रेस महासचिव ने कहा, "राहुल गांधी ने बार-बार कहा कि कांग्रेस संविधान को बचाने के लिए चुनाव लड़ रही है..संविधान का आरएसएस ने समर्थन नहीं किया था, उनका कहना था कि मनुवादी आदर्शों से वह प्रेरित नहीं है। बाद में उसे मजबूरी में इसे स्वीकारना पड़ा।’’

रमेश ने इस बात पर जोर दिया कि कांग्रेस जाति जनगणना कराने और आरक्षण की सीमा 50 प्रतिशत से ऊपर बढ़ाने को लेकर प्रतिबद्ध है।

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