Lok Sabha Election 2024 Phase 5: आम चुनाव 2024 के पांचवें चरण में 8 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 49 लोकसभा सीटों सोमवार यानी 20 मई को मतदान होगा। इस चरण में 49 लोकसभा सीटों पर कुल 695 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा। इस चरण में प्रमुख उम्मीदवारों में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के चिराग पासवान, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, साध्वी निरंजन ज्योति, कौशल किशोर, डॉ प्रवीण भारती पवार, शान्तनु ठाकुर, कपिल पाटिल, अन्नपूर्णा देवी, बीजेपी नेता राजीव प्रताप रूड़ी, RJD की रोहिणी आचार्य शामिल हैं।
राहुल गांधी (रायबरेली): सबसे दिलचस्प चुनाव रायबरेली में देखने को मिल रहा है जहां कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को योगी आदित्यनाथ सरकार में मंत्री दिनेश प्रताप सिंह चुनौती दे रहे हैं। 2019 के चुनाव में राहुल गांधी अमेठी में बीजेपी की स्मृति ईरानी से हार गए थे। इस बार वह अपनी मां और कांग्रेस संसदीय समिति की अध्यक्ष सोनिया गांधी के राज्यसभा के लिए नियुक्त होने के बाद कांग्रेस की एक और पारंपरिक सीट रायबरेली चले गए। उनकी बहन और पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा राहुल के समर्थन में बड़े पैमाने पर प्रचार कर रही हैं। सोनिया गांधी ने अपने बेटे राहुल के पक्ष में हाल ही में भावनात्मक अपील की। लेकिन गांधी परिवार के गढ़ में अब जो मुद्दा हावी है, वह स्थानीय बनाम बाहरी है।
स्मृति ईरानी (अमेठी): अमेठी में महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी का मुकाबला गांधी परिवार के करीबी विश्वासपात्रों और कांग्रेस प्रत्याशी किशोरी लाल शर्मा से है। स्मृति ईरानी ने 2019 के आम चुनावों में इस सीट से राहुल गांधी को हराया था। शर्मा का गांधी परिवार के साथ एक लंबा संबंध है। उन्होंने लगभग एक दशक तक रायबरेली में सोनिया गांधी के स्थानीय प्रतिनिधि के रूप में कार्य किया। शर्मा की उम्मीदवारी की घोषणा नामांकन के आखिरी दिन की गई थी। लुधियाना के रहने वाले शर्मा ने 40 साल से अधिक समय तक अमेठी में सक्रिय रहे।
राजनाथ सिंह (लखनऊ): रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लखनऊ से तीसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं। लखनऊ 1991 से भारतीय जनता पार्टी (BJP) का गढ़ रहा है। उन्हें समाजवादी पार्टी (SP) के मौजूदा विधायक रविदास मेहरोत्रा चुनौती दे रहे हैं। राजनाथ लखनऊ से दो बार 2014 और 2019 में चुने गए थे, जिसका प्रतिनिधित्व कभी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी करते थे। 2019 के चुनाव में सिंह ने समाजवादी पार्टी की पूनम सिन्हा को हराया जबकि 2014 में उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार रीता बहुगुणा जोशी को हराया था। सपा ने इस सीट से रविदास मेहरोत्रा को मैदान में उतारा है।
करण भूषण सिंह (कैसरगंज): यूपी के चर्चित कैसरगंज सीट पर एक और दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल रहा है, जहां मौजूदा बीजेपी के मौजूदा सांसद बृजभूषण शरण सिंह को अंतरराष्ट्रीय पहलवानों से जुड़े विवाद में फंसने के बाद टिकट नहीं दिया गया। भारतीय जनता पार्टी ने उनके बेटे करण भूषण सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है। चुनावी राजनीति में कदम रख रहे करण भूषण सिंह का मुकाबला समाजवादी पार्टी के भगत राम मिश्रा और बहुजन समाज पार्टी के नरेंद्र पांडे से है। बता दें कि बृजभूषण के बड़े बेटे प्रतीक भूषण पहले से ही गोंडा सदर सीट से विधायक हैं।
पीयूष गोयल (मुंबई उत्तर): केंद्रीय वाणिज्य मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के सीनियर नेता पीयूष गोयल इस सीट से लोकसभा चुनाव में पदार्पण करने के लिए तैयार हैं। उनका मुकाबला कांग्रेस नेता भूषण पाटिल से है। कांग्रेस की मुंबई इकाई के उपाध्यक्ष पाटिल ने 2009 में बोरीवली से लोकसभा चुनाव लड़ा था।
रचना बनर्जी (हुगली): पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रचना बनर्जी को हुगली सीट से तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतारा। लोकप्रिय बंगाली टेलीविजन शो 'दीदी नंबर 1' की होस्ट रह चुकीं रचना बनर्जी का मुकाबला बीजेपी उम्मीदवार लॉकेट चटर्जी से है।
रोहिणी आचार्य (सारण): RJD के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य का मुकाबला बीजेपी प्रत्याशी एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी से होगा। आचार्य ने तब सुर्खियां बटोरीं जब उन्होंने 2022 में बीमार RJD प्रमुख लालू प्रसाद यादव को अपनी एक किडनी दान कर दी। सारण को पहले छपरा लोकसभा क्षेत्र के रूप में जाना जाता था, जिसका रूडी ने 1996 और 1999 में प्रतिनिधित्व किया था।
उज्ज्वल निकम (मुंबई उत्तर मध्य): इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी के नेता और जाने-माने वकील उज्ज्वल निकम एवं मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष वर्षा गायकवाड़ आमने-सामने होंगे। निकम नवंबर 2008 में मुंबई में हुए आतंकवादी हमलों से संबंधित मामले में विशेष लोक अभियोजक थे। उन्होंने 1993 के मुंबई सीरियल ब्लास्ट मामले को भी लड़ा था।
अरविंद सावंत (मुंबई दक्षिण): उद्धव ठाकरे के सेना गुट के अरविंद सावंत हैट्रिक लगाने की तैयारी में हैं। उनका सामना एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना की यामिनी जाधव से है जो सावंत के गढ़ में सेंध लगाने की कोशिश कर रही हैं। सावंत ने 2014 से एक सांसद के रूप में इस निर्वाचन क्षेत्र की सेवा की है। उन्होंने 2019 में कुछ समय के लिए केंद्रीय भारी उद्योग और सार्वजनिक उद्यम मंत्री के रूप में कार्य किया।
चिराग पासवान (हाजीपुर): लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के चिराग पासवान हाजीपुर (SC) निर्वाचन क्षेत्र से अपने पिता स्वर्गीय रामविलास पासवान की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए चुनावी मैदान में हैं। चिराग का मुकाबला RJD के सबसे प्रमुख स्थानीय अनुसूचित जाति चेहरे शिवचंद्र राम से है। हाजीपुर लोकसभा सीट से रामविलास पासवान 8 बार जीते। लेकिन 2019 में उनके भाई पशुपति कुमार पारस इस सीट से सांसद बने।