Lok Sabha Elections 2024: केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल डिब्रूगढ़ सीट से लड़ेंगे लोकसभा चुनाव! रामेश्वर तेली का क्या होगा?

Lok Sabha Elections 2024: आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार रात दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की बैठक की अध्यक्षता की। बैठक रात 10:30 बजे शुरू हुई, जो करीब चार घंटे तक चली

अपडेटेड Mar 01, 2024 पर 5:23 PM
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Lok Sabha Elections 2024: असम की डिब्रूगढ़ लोकसभा सीट से BJP नेता रामेश्वर तेली सांसद हैं

Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की पहली लिस्ट को अंतिम रूप देने के मकसद से विचार-विमर्श करने के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) की केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) की बैठक शुक्रवार (1 मार्च) तड़के समाप्त हुई जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए। यह बैठक बीजेपी मुख्यालय में गुरुवार रात करीब साढ़े 10 बजे शुरू हुई थी और यह मैराथन मीटिंग 4 घंटे से अधिक समय तक चली। पीएम मोदी के अलावा बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्रियों अमित शाह एवं राजनाथ सिंह समेत पार्टी के कई नेताओं ने बैठक में हिस्सा लिया।

155 सीटों पर लगी मुहर

केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी निर्वाचन आयोग (ECI) द्वारा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा करने से पहले 543 लोकसभा सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों के नाम घोषित करना चाहती है। न्यूज 18 की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बीजेपी नेतृत्व ने लगभग 17 राज्यों की लोकसभा सीटों पर चर्चा की और 155 से अधिक सीटों के लिए नामों को अंतिम रूप दे दिया। आने वाले दिनों में आधिकारिक लिस्ट जारी होने की उम्मीद है। विशेष रूप से बैठक के दौरान चर्चा में असम की 11 सीटों पर विचार किया गया, जहां केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल और रामेश्वर तेली प्रमुख दावेदार हैं।


डिब्रूगढ़ से सर्बानंद सोनोवाल लड़ेंगे चुनाव

News18 को सूत्रों ने बताया कि असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल (Sarbananda Sonowal) संभवतः डिब्रूगढ़ निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। इस कदम का तात्पर्य यह है कि निवर्तमान बीजेपी सांसद रामेश्वर तेली का टिकट कट सकता है। असम में सोनोवाल की लोकप्रियता और असम गण परिषद (AGP) के टिकट पर चाय के शहर के नाम से मशहूर डिब्रूगढ़ से 2009 के लोकसभा चुनाव में पिछली जीत ने उनकी उम्मीदवारी को मजबूत किया है।

डिब्रूगढ़ में नए चेहरे पर क्यों विचार कर रही है बीजेपी?

डिब्रूगढ़ के मतदाताओं के बीच असंतोष के बीच सर्बानंद सोनोवाल को मैदान में उतारने की संभावना पैदा हुई है। रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि जोकाई मोहबीर टी एस्टेट के लगभग 200 व्यक्तियों ने कथित उपेक्षा और उनकी चिंताओं को दूर करने में विफलता के लिए रामेश्वर तेली के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। स्थानीय दैनिक 'द सेंटिनल' की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा कि चाय बागान क्षेत्रों में अधिकांश सड़कों का विकास किया गया है, जबकि उनका क्षेत्र उपेक्षित है। ग्रामीणों ने विकास परियोजनाओं में असमानताओं का हवाला दिया, जिससे आगामी चुनावों में एक नए प्रतिनिधि की मांग बढ़ गई।

कुछ स्थानीय रिपोर्टों में दावा किया गया है कि डिब्रूगढ़ मतदाताओं के बीच असंतोष ने अन्य दलों के लिए जगह बनाई है, जिसमें आम आदमी पार्टी (AAP) भी शामिल है, जिसने मनोज धनोवार को अपने उम्मीदवार के रूप में उतारा है। धनोवर ने कथित तौर पर चाय बागान समुदायों के साथ बातचीत की है और लंबे समय से चले आ रहे मुद्दों को संबोधित करने का वादा किया है।

रामेश्वर तेली अब आगे क्या करेंगे?

पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस और श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री रामेश्वर तेली को अपनी उम्मीदवारी को लेकर अनिश्चितता का सामना करना पड़ रहा है। तेली 2001 से 2011 के बीच दुलियाजान सीट से दो बार विधायक रहे, जो डिब्रूगढ़ लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती है। पहले 2014 और 2019 में लोकसभा के लिए चुने गए तेली का राजनीतिक भविष्य निर्वाचन क्षेत्र के विकास और पार्टी के रणनीतिक निर्णयों पर निर्भर है।

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