Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 से ठीक पहले कांग्रेस को पंजाब में बड़ा झटका लगा है। लुधियाना से कांग्रेस के लोकसभा सांसद रवनीत सिंह बिट्टू (Ravneet Singh Bittu) मंगलवार (26 मार्च) को भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो गए। बीजेपी का दामन थामने के बाद बिट्टू ने कहा कि पिछले 10 सालों में मैंने देखा है कि पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को पंजाब से बेहद प्यार है। उन्होंने कहा कि वे पंजाब के लिए बहुत सारे विकासात्मक काम करना चाहते हैं।
बिट्टू ने इस साल की शुरुआत में पार्टी आलाकमान से पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ 10 दिनों के भीतर कार्रवाई करने की मांग की थी। इंडिया टुडे के साथ एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में रवनीत बिट्टू ने कहा था, 'अगर हम चाहते हैं कि पंजाब कांग्रेस देश के लिए एक आइकन बने तो या तो सिद्धू या हमें (पार्टी सदस्यों को) बाहर का रास्ता दिखाना होगा।'
रवनीत सिंह बिट्टू ने पहले मार्च से जुलाई 2021 तक लोकसभा में कांग्रेस के नेता के रूप में कार्य किया था। बिट्टू 2014 और 2019 चुनावों में लुधियाना से, जबकि इससे पहले 2009 में आनंदपुर साहिब से लोकसभा के लिए चुने गए थे। 2014 के लोकसभा चुनाव में बिट्टू ने आम आदमी पार्टी (आप) के हरविंदर सिंह फुल्का को 19,709 वोटों के अंतर से हराया।
इस चुनाव में शिरोमणि अकाली दल (SAD) के उम्मीदवार मनप्रीत सिंह अयाली निर्वाचन क्षेत्र में तीसरे स्थान पर रहे। 2019 के लोकसभा चुनाव में बिट्टू ने लोक इंसाफ पार्टी (LIP) के सिमरजीत सिंह बैंस को 76,372 वोटों के अंतर से हराया। शिरोमणि अकाली दल के उम्मीदवार महेशिंदर सिंह ग्रेवाल निर्वाचन क्षेत्र में तीसरे स्थान पर रहे।
बीजेपी में शामिल होने पर रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा, "मैंने जब भी प्रधानमंत्री या गृह मंत्री से पंजाब को लेकर कोई बात की है तो उन्होंने हमेशा उसे सकारात्मक तरीके से लिया है... हम पंजाब को आगे लेकर जाना चाहते हैं... जब देश आगे बढ़ रहा है तो पंजाब क्यों पीछे रहे?"
पंजाब में अकेले चुनाव लड़ेगी बीजेपी
भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने मंगलवार को पंजाब में अकेले लोकसभा चुनाव लड़ने की घोषणा की, जो शिरोमणि अकाली दल से फिर से गठबंधन करने संबंधी बातचीत की अटकलों के खत्म होने का संकेत है। BJP के अकेले चुनाव लड़ने से आम चुनाव में इस सीमावर्ती राज्य में चतुष्कोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा। पंजाब में 13 लोकसभा सीटों के लिए मतदान सात चरणों के चुनाव के अंतिम चरण में 1 जून को होगा। यह घोषणा शिरोमणि अकाली दल और BJP में संसदीय चुनाव के लिए फिर से गठबंधन करने संबंधी बातचीत की अटकलों के बीच की गई है।