Credit Cards

Lok Sabha Election 2024: क्या दिल्ली के वोटर्स अगले पीएम की पार्टी को करेंगे सपोर्ट? अब तक ऐसा रहा है मिजाज

Lok Sabha Election 2024: दिल्ली में किसी पार्टी को स्पष्ट समर्थन मिला तो केंद्र में सरकार में उनकी पार्टी की सरकार तो बनी ही लेकिन दिल्ली में मिला-जुला समर्थन मिला तो भी केंद्र में सरकार के मुखिया यानी प्रधानमंत्री उसी पार्टी के बने जिसे दिल्ली ने सपोर्ट किया। अब इस बार भी निगाहें इस पर हैं कि क्या दिल्ली के वोटर्स इस बार भी ऐसा रुझान दिखाएंगे?

अपडेटेड May 25, 2024 पर 2:48 PM
Story continues below Advertisement
Loksabha Election 2024: दिल्ली देश की राजधानी है और खास बात ये है कि पिछले कई लोकसभा चुनावों से यहां के मतदाताओं के रुझान के हिसाब से ही केंद्र में भी सरकार बन रही है।

Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के छठे चरण में आज दिल्ली में लोकसभा की सातों सीटों पर मतदान हो रहे हैं। दिल्ली देश की राजधानी है और खास बात ये है कि पिछले कई लोकसभा चुनावों से यहां के मतदाताओं के रुझान के हिसाब से ही केंद्र में भी सरकार बन रही है। जैसे कि दिल्ली में किसी पार्टी को स्पष्ट समर्थन मिला तो केंद्र में सरकार में उनकी पार्टी की सरकार तो बनी ही लेकिन दिल्ली में मिला-जुला समर्थन मिला तो भी केंद्र में सरकार के मुखिया यानी प्रधानमंत्री उसी पार्टी के बने जिसे दिल्ली ने सपोर्ट किया। अब इस बार भी निगाहें इस पर हैं कि क्या दिल्ली के वोटर्स इस बार भी ऐसा रुझान दिखाएंगे? 4 जून को नतीजे आएंगे, उससे पहले आइए जानते हैं कि इतिहास कैसा रहा है।

Lok Sabha Elections 1989

1989 के लोकसभा चुनाव में अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली भाजपा ने दिल्ली की सात में से चार सीटें जीतीं, जबकि वीपी सिंह की जनता दल ने एक सीट जीती, और कांग्रेस ने शेष दो सीटें जीतीं। इस प्रकार दिल्ली ने राजनीतिक दलों को मिला-जुला समर्थन दिया। अब केंद्र की बात करें तो 1977 के बाद पहली बार गठबंधन सरकार बनी। वीपी सिंह प्रधानमंत्री बने और भाजपा ने सरकार को समर्थन दिया था।


Lok Sabha Elections 1991

दिल्ली में जनता दल का सफाया हो गया। कांग्रेस ने दो और भाजपा ने पांच सीटें जीतीं लेकिन दोनों पार्टियों के बीच महज आधे फीसदी के वोट शेयर का फासला था। इस प्रकार दिल्ली की जनता ने किसी एक पार्टी को पूरा सपोर्ट नहीं दिया। केंद्र में गठबंधन के जरिए सरकार में वापसी की।

Lok Sabha Elections 1998, 1999

दिल्ली का मतदाता इससे अधिक निर्णायक नहीं हो सका। भाजपा ने दिल्ली में 1998 में सात में से छह और 1999 में सात में से सात सीटें जीतकर अपना परचम लहराया। अटल बिहारी वाजपेयी ने केंद्र में एनडीए सरकार बनाई।

Lok Sabha Elections 2004, 2009

वर्ष 2004 और 2009 के लोकसभा चुनाव की बात करें तो 2004 में कांग्रेस ने 6 और बीजेपी ने 1 सीटें हासिल की थी जबकि 2009 में कांग्रेस ने सातों सीटें हासिल की थी। कांग्रेस की जीत के साथ ही एनडीए को केंद्र में सत्ता गंवानी पड़ी।

Lok Sabha Elections 2014, 2019

दिल्ली के वोटर्स 2014 और 2019 में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा के पीछे खड़े रहे। दिल्ली के वोटर्स ने स्पष्ट बहुमत दिया और केंद्र में 30 साल बाद पूर्ण बहुमत वाली सरकार बनी।

"मेरा ध्यान पूरे भारत पर, मैं टुकड़ों में नहीं सोचता", PM मोदी ने बताया कहां बढ़ सकती हैं BJP की सीटें

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।