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इकोनॉमी से जुड़े डेटा की क्वालिटी बेहतर बनाने पर फोकस, सरकार ने अगले 5 साल के लिए 8 लक्ष्य तय किए

एक संसदीय समिति ने पिछले साल आर्थिक गणना में देरी पर मिनिस्ट्री ऑफ स्टैटिस्टिक्स एंड प्रोग्राम इंप्लिमेंटेशन (MoSPI) पर सवाल उठाए थे। समिति ने जुलाई 2023 में एक रिपोर्ट में कहा था कि मिनिस्ट्री को डेटा कलेक्शन की रिफ्तार बढ़ानी होगी

MoneyControl Newsअपडेटेड Apr 22, 2024 पर 4:46 PM
इकोनॉमी से जुड़े डेटा की क्वालिटी बेहतर बनाने पर फोकस, सरकार ने अगले 5 साल के लिए 8 लक्ष्य तय किए
इंडिया में डेटा कलेक्शन की क्वालिटी और फ्रीक्वेंसी को लेकर पिछले कई सालों से बहस होती रही है।

सरकार ने अगले पांच साल के लिए टारगेट आधारित रोडमैप बनाया है। इसमें 8 प्वाइंट्स पर फोकस किया गया है। इसका मकसद स्टैटिस्टिक्स और डेटा एक्युरेशी में सुधार करने के साथ ही प्रोजेक्ट पूरा होने में देर पर रोक लगाना है। एक सीनियर अफसर ने यह जानकारी दी। 12 फरवरी, 2024 को स्टैटिस्टिक्स मिनिस्ट्री के सीनियर अफसरों ने प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) को एक प्रजेंटेशन दिया था। इसमें इंडिया में डेटा केलक्शन, एक्युरेशी और एनालिसिस को बेहतर बनाने के उपाय शामिल थे। इस मीटिंग की अध्यक्षता पीएमओ में प्रिंसिपल सेक्रेटरी पीके मिश्रा ने की थी।

डेटा की क्वालिटी पर पिछले कई सालों से फोकस

इंडिया में डेटा कलेक्शन की क्वालिटी और फ्रीक्वेंसी को लेकर पिछले कई सालों से बहस होती रही है। मीटिंग में मौजूद लोगों के मुताबिक मिनिस्ट्री के रोडमैप को स्वीकार कर लिया गया। डेटा कलेक्शन को बेहतर बनाने के लिए एक रोडमैप बनाया गया। इसमें जीडीपी के नेशनल अकाउंट्स स्टैटिस्टिक्स, इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन और इनफ्लेशन के डेटा को बेहतर बनाने के रोडमैप शामिल हैं।

5 साल का रोडमैप तैयार

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