ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बुधवार को कहा कि उनकी सेहत ठीक है और वो लोकसभा और राज्य विधानसभा चुनाव के लिए गत एक महीने से प्रचार कर रहे हैं। पटनायक का ये बयान तब आया, जब दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य में एक चुनावी रैली में मुख्यमंत्री की गिरती सेहत की जांच कराने की बात कही। इस पर पटनायक ने कहा, "मैं प्रधानमंत्री को आश्वस्त करना चाहता हूं कि मेरी सेहत ठीक है और मैं राज्य में विगत एक महीने से चुनाव प्रचार कर रहा हूं।’’
मुख्यमंत्री ने कहा, "उन्होंने (प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी) पहले भी सार्वजनिक रूप से कहा कि मैं उनका अच्छा मित्र हूं। उन्हें केवल मुझे एक फोन करके मेरी सेहत की जानकारी ले लेनी चाहिए थी, लेकिन ओडिशा और दिल्ली में बीजेपी के कुछ लोग मेरी सेहत को लेकर अफवाह फैला रहे हैं।"
प्रधानमंत्री मोदी ने एक के बाद एक ओडिशा में आयोजित तीन चुनावी रैलियों में दावा किया था कि ओडिशा के मुख्यमंत्री की सेहत ठीक नहीं है और वह नियमित कर्तव्यों को भी पूरा करने की स्थिति में नहीं हैं। मोदी के बयान के कुछ घंटों के बाद ही पटनायक की यह प्रतिक्रिया आई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने यह भी कहा था कि अगर ओडिशा की सत्ता में बीजेपी आती है, तो एक समिति बनाई जाएगी, जो पटनायक के स्वास्थ्य में अचानक आई गिरावट का आकलन करेगी।
नवीन पटनायक की तबियत बिगड़ने के पीछे कोई साजिश?
मोदी ने रैली में कहा, "आजकल नवीन बाबू के सभी शुभचिंतक बहुत चिंता में हैं। वो ये देखकर बहुत परेशान हैं कि पिछले 1 साल में नवीन बाबू की तबियत इतनी कैसे बिगड़ गई। सालों से नवीन बाबू के करीबी लोग जब मुझसे मिलते हैं, तो वो नवीन बाबू की तबियत की चर्चा जरूर करते हैं। वो बताते हैं कि नवीन बाबू अब खुद से कुछ कर नहीं पा रहे हैं। अरसे तक नवीन बाबू के करीबी रहे लोगों का मानना है कि उनकी तबियत बिगड़ने के पीछे कोई साजिश भी हो सकती है।"
प्रधानमंत्री ने आगे कहा, "सवाल ये है कि नवीन बाबू की तबियत खराब होने के पीछे कोई षड्यंत्र है क्या? ये ओडिशा के लोगों को जानने का अधिकार है। कहीं इसमें उस लॉबी का तो हाथ नहीं है न जो नवीन बाबू के नाम पर पर्दे के पीछे ओडिशा में सत्ता भोग रहे हैं। इस रहस्य से पर्दा उठना जरूरी है।"
वायरल वीडियो और जांच की बात
उन्होंने आगे कहा, "इसलिए 10 जून के बाद ओडिशा में बीजेपी सरकार बनने के बाद हमारी सरकार एक स्पेशल कमेटी का गठन करेगी और ये जांच करेगी कि अचानक नवीन बाबू की तबियत क्यों गिरती जा रही है।"
दरअसल ये सब तब शुरू हुआ, जब एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें मुख्यमंत्री नवीन पटनायक एक चुनावी सभा को संबोधित कर रहे हैं और उनके हाथ कांप रहे हैं। तभी उनके बराबर में खड़े पटनायक के भरोसेमंद मंत्री वीके पांडियन उनके कांपते हाथ को छुपा देते हैं।