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Sandeshkhali Case: संदेशखाली मामले में बड़ा यूटर्न, रेप की शिकायत करने वाली महिला ने वापस ली शिकायत

Sandeshkhali case: जो TMC पहले अपने स्थानीय पार्टी नेताओं पर बलात्कार, जमीन हड़पने और जबरन वसूली का आरोप लगने के बाद बैकफुट पर थी, वह अब महिला के आरोपों को भुनाने की कोशिश कर रही है। महिला के आरोप ने तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी के बीच तीखी राजनीतिक बहस शुरू कर दी है

अपडेटेड May 09, 2024 पर 3:57 PM
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Sandeshkhali case: महिला का दावा है कि बीजेपी ने बलात्कार की शिकायत दर्ज कराने के लिए दबाव डाला था

Sandeshkhali case: पश्चिम बंगाल में कथित संदेशखाली यौन उत्पीड़न मामले में एक चौंकाने वाला मोड़ आ गया है। पीड़ितों में से एक ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) से जुड़े लोगों ने उससे एक कोरे कागज पर हस्ताक्षर कराए, जिसमें TMC के नेताओं पर उसके साथ बलात्कार करने का झूठा आरोप लगाया गया था। रिपोर्ट के मुताबिक बलात्कार की शिकायत करने वाली महिला ने रेप की शिकायत वापस ले ली है। महिला ने अब धमकियों और बहिष्कार का हवाला देते हुए पुलिस में एक नई शिकायत दर्ज कराई है।

टाइम्स ऑफ इंडिया (TOI) के मुताबिक, TMC कार्यकर्ताओं के खिलाफ बलात्कार का मामला वापस लेने के बाद महिला ने धमकी और सामाजिक बहिष्कार के खिलाफ संदेशखाली पुलिस स्टेशन में एक नई शिकायत दर्ज कराई।

महिला के आरोप ने तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी के बीच तीखी राजनीतिक बहस शुरू कर दी, जो पहले से ही बंगाल के संदेशखाली में महिलाओं के खिलाफ हिंसा की घटना के कारण आमने-सामने थे। कथित तौर पर यह अत्याचार TMC नेता शाहजहां शेख और उनके सहयोगियों द्वारा की गई थी।


महिला ने क्या कहा?

मीडिया से बात करते हुए महिला ने आरोप लगाया कि वह और अन्य महिलाएं 100 दिनों की मनरेगा नौकरी योजना के तहत पैसे नहीं मिलने के बारे में शिकायत करना चाहती थीं। लेकिन उन्हें एक कोरे कागज पर हस्ताक्षर करने के लिए कहा गया, जिसमें लिखा था कि उनके साथ यौन उत्पीड़न किया गया था।

उसने आरोप लगाया कहा, "जिस दिन महिला आयोग पुलिस स्टेशन आई थी, उसी दिन पियाली ने हमें अपनी शिकायतें (आयोग के साथ) शेयर करने के लिए बुलाया था। मैंने उन्हें बताया कि हमें जॉब कार्ड(मनरेगा) और खाना पकाने के लिए पैसे नहीं मिले हैं। हमें केवल वह पैसा चाहिए था और कोई अन्य शिकायत नहीं थी।"

रेप से किया इनकार

महिला ने कहा, "हमारे साथ बलात्कार जैसी कोई घटना नहीं हुई। हम उन चीजों में शामिल नहीं हैं। हम गरीब लोग हैं और जीवन चलाने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं। मम्पी ने हमसे एक सफेद कागज पर हस्ताक्षर करवाकर हमें फंसाया। हम चाहते हैं कि उसे सजा मिले और हम इस मुद्दे से छुटकारा पाना चाहते हैं।"

TMC हुई हमलावर

इस बीच, जो TMC पहले अपने स्थानीय पार्टी नेताओं पर बलात्कार, जमीन हड़पने और जबरन वसूली का आरोप लगने के बाद बैकफुट पर थी, वह अब महिला के आरोपों को भुनाने की कोशिश कर रही है। टीएमसी ने बीजेपी पर राजनीतिक लाभ के लिए सत्तारूढ़ पार्टी को बदनाम करने के लिए झूठी कहानियां बनाने का आरोप लगाया है।

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TMC सूत्रों ने कहा कि वह BJP के सुवेंदु अधिकारी और अन्य के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराएंगे। उन्होंने दावा किया कि भगवा पार्टी के एक नेता ने कैमरे पर "कबूल" किया है कि संदेशखाली घटना में बलात्कार के आरोप मनगढ़ंत थे।

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