झांसी का चिरगांव कस्बा। राष्ट्र कवि मैथिलीशरण गुप्त ने इसी कस्बे में जन्म लिया और उनका यही कार्यक्षेत्र रहा। इसी कस्बे में रहकर उन्होंने कलजयी रचनाएं की। "मानस भवन में आर्य जन जिनकी उतारे आरती। भगवान भारतवर्ष में गूंजे हमारी भारती।" जयद्रथ वध पर उन्होंने लिखा था कि "अन्याय सह कर बैठ रहना यह महा दुष्कर्म है। न्यायार्थ अपने बंधु को भी दंड देना धर्म है।" इसी चिरगांव में युवकों की एक टोली बैठी हुई है। चुनावी चर्चा चल रही थी। वहीं बैठे लल्लू कुशवाहा बताते हैं कि इस बार लगता है, यहां कांग्रेस जीत जाएगी। वो बताते हैं कि कांग्रेस के प्रत्याशी प्रदीप जैन आदित्य मिलनसार हैं, इसलिए लोग उन्हें वोट दे रहे हैं। उनकी बात का समर्थन विकास भी करते हैं, लेकिन दिलीप कुशवाहा खुलकर उनके विरोध में आ जाते हैं।