अदाणी ग्रीन एनर्जी (Adani Green Energy) के शेयर मंगलवार 4 जुलाई को बढ़त के साथ बंद हुए। कंपनी ने बताया कि वह फंडिंग जुटाने की तैयारी कर रही है। इसी के बाद इसके शेयरों में मंगलवार को तेजी आई। अदाणी ग्रुप (Adani Group) की इस कंपनी ने बताया कि उसके बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की आगामी 6 जुलाई को एक बैठक होगी। इस बैठक में फंडिंग जुटाने की योजना पर विचार किया जाएगा और उसे मंजूरी दी जाएगी। यह फंडिंग इक्विटी शेयरों को जारी करके या दूसरे माध्यमों से जुटाई जा सकती है। इसमें शेयरों का प्राइवेट प्लेसमेंट, क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) और प्रेफरेंशियल इश्यू आदि माध्यम शामिल हैं।
अदाणी ग्रीन एनर्जी ने अभी यह नहीं बताया है कि वह कितनी रकम जुटाने की तैयारी कर रही है या वह इन फंड्स का कहां पर इस्तेमाल करेगा। हालांकि कुछ मीडिया रिपोर्टों में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि कंपनी 5,000 से 6,000 करोड़ रुपये जुटाने की कोशिश में है।
इस बीच अदाणी ग्रीन एनर्जी के शेयर मंगलवार को 0.23% बढ़कर 945.00 रुपये के भाव पर बंद हुए। पिछले एक महीने में कंपनी के शेयरों में 4.34 फीसदी की गिरावट आई है। वहीं 24 जनवरी को हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद से कंपनी के शेयरों में अबतक करीब 50 फीसदी की गिरावट आई है।
अमेरिकी शॉर्ट-सेलर फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने अपनी रिपोर्ट में अदाणी ग्रुप पर अकाउंटिंग फ्रॉड और शेयरों में हेरफेर का आरोप लगाया था। इसके बाद से अदाणी ग्रुप के शेयरों में कई दिनों तक तगड़ी गिरावट देखने को मिली थी। हालांकि ग्रुप ने इन सभी आरोपों को खारिज किया है।
GQG ने अदाणी ग्रीन में खरीदी अतिरिक्त हिस्सेदारी
हिंडनबर्ग रिपोर्ट के चलते अदाणी ग्रुप की कंपनियों के फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) और दूसरे माध्यमों से पैसे जुटाने की शुरुआती योजना पटरी से उतर गई थी। हालांकि पिछले कुछ समय से निवेशकों और खासतौर से विदेशी इनवेस्टमें फर्म जीक्यूजी पार्टनर्स (GQG Partners), का अदाणी ग्रुप के शेयरों में भरोसा बढ़ता दिखा है, जो बताता है कि ग्रुप हिंडनबर्ग के झटके से धीरे-धीरे उबर रहा है।
अदाणी ग्रुप का मौजूदा मार्केट कैपिटलाइजेशन करीब 10 लाख करोड़ रुपये के आसपास घूम रहा है। GQG ने 28 जून को समूह को अदाणी ग्रुप की दो कंपनियों में 8,265 करोड़ रुपये लगाकर अतिरिक्त हिस्सेदारी खरीदी।इन कंपनियों में अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड और अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड शामिल है। दोनों कंपनियों में अब GQG की हिस्सेदारी 5 प्रतिशत से अधिक हो गई।