Adani Wilmar Share Price: अडानी ग्रुप (Adani Group) की दिग्गज एफएमसीजी कंपनी अडानी विल्मार (Adani Wilmar) के शेयरों में आज ढाई फीसदी से अधिक गिरावट दिख रही है। इसके शेयर 681 रुपये के भाव पर ट्रेड हो रहे हैं। चालू वित्त वर्ष 2022-23 की दूसरी तिमाही जुलाई-सितंबर 2022 में इसके कंसालिडेटेड नेट प्रॉफिट में 73.3 फीसदी की गिरावट ने निवेशकों का सेंटिमेंट प्रभावित किया है।
अडानी विल्मार को सितंबर 2022 तिमाही में 48.7 करोड़ रुपये के नेट प्रॉफिट हासिल हुआ था जबकि एक साल पहले की समान तिमाही में इसे 182.3 करोड़ रुपये का मुनाफा हासिल हुआ था। इसके चलते शेयरों में बिकवाली का दबाव दिख रहा है। हालांकि इस पूरे साल की बात करें तो इसके शेयर 156 फीसदी से अधिक मजबूत हुए हैं।
Adani Wilmar के लिए कैसी रही सितंबर 2022 तिमाही
सितंबर 2022 तिमाही में अडानी विल्मार का नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 73.3 फीसदी की गिरावट के साथ महज 48.7 करोड़ रुपये रहा। हालांकि ऑपरेशनल रेवेन्यू में 4.4 फीसदी की उछाल रही और कंपनी को 14150 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हुआ। सितंबर 2022 में कंपनी के लिए एक और पॉजिटिव यह रहा कि बाहरी चुनौतियों के बावजूद फूड और एफएमसीजी सेग्मेंट और इंडस्ट्री के लिए जरूरी चीजों की बिक्री में 9 फीसदी की मजबूत ग्रोथ रही।
जुलाई-सितंबर 2022 में फूड और एफएमसीजी की वॉल्यूम शेयर 16 फीसदी तक पहुंच गया और मैनेजमेंट ने इसे अगले कुछ वर्षों में 30 फीसदी तक ले जाने का लक्ष्य रखा है। अडानी विल्मार का ईबीआईटीडीए 40 फीसदी गिरकर 254.5 करोड़ रुपये रह गया और मार्जिन भी सालाना आधार पर 3.3 फीसदी से फिसलकर 1.8 फीसदी पर गिर गया।
कंपनी के मुताबिक पॉम तेल, सोयाबीन तेल और सूरजमुखी तेल की कीमतों में तेज गिरावट के चलते अधिक भाव वाले स्टॉक की भरमार हो गई। कंपनी ने कीमतों में गिरावट का फायदा ग्राहकों को दिया। इन सबके साथ मिलकर रुपये की गिरावट ने इसके मार्जिन पर निगेटिव असर डाला। हालांकि कंपनी को उम्मीद है कि कमोडिटी के भाव में गिरावट के साथ-साथ त्योहारों और शादियों की मजबूत मांग के दम पर चालू वित्त वर्ष की मौजूदा छमाही अक्टूबर 2022-मार्च 2023 में शानदार रिकवरी होगी।
रिकॉर्ड हाई से 22% फिसल चुके हैं शेयर
अडानी विल्मर के शेयरों की लिस्टिंग इस साल 8 फरवरी को 221 रुपये के भाव (Adani Wilmar Share Price) पर हुई थी जो 230 रुपये के इश्यू प्राइस के मुकाबले करीब 4 फीसदी डिस्काउंट पर थे। हालांकि इसके बाद शेयरों ने रफ्तार पकड़ी और 28 अप्रैल 2022 को बीएसई पर 878.35 रुपये के भाव पर पहुंच गए जो इसका रिकॉर्ड ऊंचा स्तर है। इसकी तेजी यहीं थम गई और इस रिकॉर्ड स्तर से अब तक यह करीब 22 फीसदी फिसल चुका है।