Afcom Holdings IPO Listing: एयर कार्गो कंपनी एफकॉम होल्डिंग्स (Afcom Holdings) के शेयरों की आज BSE के SME प्लेटफॉर्म पर धांसू एंट्री हुई। इसके आईपीओ को ओवरऑल 303 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत 108 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE SME पर इसकी 205.20 रुपये पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 90 फीसदी का लिस्टिंग गेन (Afcom Holdings Listing Gain) मिला। लिस्टिंग के बाद शेयर और ऊपर चढ़े। उछलकर यह 215.45 रुपये (Afcom Holdings Share Price) के अपर सर्किट पर पहुंच गया और इसी पर बंद भी हुआ यानी कि पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक 99.49 फीसदी मुनाफे में हैं।
Afcom Holdings IPO को मिला था तगड़ा रिस्पांस
एफकॉम होल्डिंग्स का ₹73.83 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 2 -6 अगस्त तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का जबरदस्त रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 303.03 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 186.23 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 697.88 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 202.83 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 68,36,400 नए शेयर जारी हुए हैं। इन शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी लीज पर दो नए विमान लेने, कर्ज चुकाने, वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने, आम कॉरपोरेट उद्देश्यों और इश्यू से जुड़े खर्चों को भरने में करेगी।
Afcom Holdings के बारे में
फरवरी 2013 में बनी एफकॉम होल्डिंग्स एक एयरपोर्ट से दूसरे एयरपोर्ट तक कार्गो की ढुलाई करती है। इसके जनरल सेल्स और सर्विस एजेंट्स भारत, हॉन्ग कॉन्ग, सिंगापुर, थाईलैंड, जापान, दक्षिण कोरिया, चीन और ताईवान में हैं। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है।
वित्त वर्ष 2021 में इसे 4.20 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था। फिर अगले वित्त वर्ष 2022 में यह 5.15 करोड़ रुपये के शुद्ध मुनाफे में आ गई जो अगले वित्त वर्ष 2023 में उछलकर 13.59 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 147 फीसदी से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 84.90 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। पिछले वित्त वर्ष 2024 की बात करें तो 11 महीने में इसे 23.10 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा और 134.16 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हुआ था।