Credit Cards

Israel-Hamas War से स्टॉक मार्केट में गिरावट, इन सेक्टर्स में कमाई का मौका

इजराइल और हमास के बीच के युद्ध ने पूरी दुनिया को चौंका दिया है और स्टॉक मार्केट को भी तगड़ा झटका दिया है। फाइनेंशियल सर्विसेज मुहैया कराने वाली नोमुरा (Nomura) के एनालिस्ट्स चेतन सेठ और अंकित यादव का मानना है कि घरेलू स्टॉक मार्केट के लिए मिडिल ईस्ट में गहराता जियोपॉलिटिकल संकट सबसे बड़ी चिंता है। हालांकि नोमुरा अभी भी भारत को लेकर काफी पॉजिटिव है

अपडेटेड Oct 09, 2023 पर 3:48 PM
Story continues below Advertisement
नोमुरा का सुझाव है कि जब तक जियोपॉलिटिल टेंशन बना रहता है तो ऑयल और एनर्जी के साथ-साथ टेलीकॉम से जुड़े सेक्टर बाकी सेक्टर्स की तुलना में अच्छा परफॉरमेंस कर सकते हैं।

इजराइल और हमास के बीच के युद्ध ने पूरी दुनिया को चौंका दिया है और स्टॉक मार्केट को भी तगड़ा झटका दिया है। फाइनेंशियल सर्विसेज मुहैया कराने वाली नोमुरा (Nomura) के एनालिस्ट्स चेतन सेठ और अंकित यादव का मानना है कि घरेलू स्टॉक मार्केट के लिए मिडिल ईस्ट में गहराता जियोपॉलिटिकल संकट सबसे बड़ी चिंता है। हालांकि नोमुरा अभी भी भारत को लेकर काफी पॉजिटिव है। शॉर्ट टर्म की चुनौतियों के बावजूद अभी हाल ही में नोमुरा ने भारतीय शेयरों की रेटिंग को अपग्रेड कर 'ओवरवेट' कर दिया और सुझाव दिया है कि तेल की ऊंची कीमतों के चलते शेयरों में जो गिरावट आती है, उससे खरीदारी का मौका मिलेगा।

8 अक्टूबर को जारी अपनी रिपोर्ट में अगर आने वाले दिनों में तेल की कीमतें ऊपर चढ़ती हैं तो यह भारत और फिलीप्पींस जैसे तेल के अहम एशियाई खरीदारों पर निगेटिव असर डाल सकता है। भारत की तेल आयात पर निर्भरता बढ़ती जा रही है। वित्त वर्ष 2021-22 में घरेलू खपत का 85.5 फीसदी हिस्से आयात हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2022-23 में 87.3 फीसदी की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया।

इजराइल-हमास युद्ध में स्टॉक मार्केट का बिगड़ा माहौल, एक्सपर्ट्स ने दी ये सलाह


किस सेक्टर में लगाएं पैसे?

नोमुरा के मुताबिक अगर यह मान लिया जाए कि इजराइल और हमास के बीच की जंग व्यापक और लंबे समय तक नहीं बढ़ती है तो मजबूत स्ट्रक्चरल आउटलुक के साथ-साथ हॉन्गकॉन्ग और चीन के शेयरों को लेकर निवेशकों की चिंता को देखते हुए मौजूदा गिरावट भारतीय शेयरों के लिए खरीदारी का शानदार मौका है। सेक्टरवाइज बात करें तो नोमुरा का सुझाव है कि जब तक जियोपॉलिटिल टेंशन बना रहता है तो ऑयल और एनर्जी के साथ-साथ टेलीकॉम से जुड़े सेक्टर बाकी सेक्टर्स की तुलना में अच्छा परफॉरमेंस कर सकते हैं।

Israel Attack: 'ये युद्ध है...' हमास के रॉकेट हमले के बाद, इजराइल ने शुरू किया ऑपरेशन 'Iron Swords' नेतन्याहू ने किया जंग का ऐलान

चीन को लेकर क्या है रुझान

भारत को लेकर नोमुरा का रुझान पॉजिटिव है तो इसकी एक वजह चीन और हॉन्ग कॉन्ग के शेयरों को लेकर निवेशकों का निगेटिव सेंटिमेंट भी है। । हालांकि इसका यह भी कहना है कि रुस और यूक्रेन के बीच की लड़ाई के दौरान ग्रेटर चीन के शेयरों को तगड़ा शॉक लगा था लेकिन इस बार कुछ कारणों से स्थिति थोड़ी अलग है।

Israel Hamas War: दशकों पुराना है इजरायल और फिलिस्तीन का विवाद, हमास के हमले ने आग में किया घी का काम

इसकी पहली वजह ये है कि चीन और हॉन्ग कॉन्ग के शेयरों का सेंटिमेंट, वैल्यूएशन, फ्लो, पोजिशनिंग और इकॉनमी पहले से ही निचले स्तर के करीब हैं यानी इससे बहुत अधिक नीचे जाने की गुंजाइश नहीं है। वहीं दूसरी वजह ये है कि मि़डिल ईस्ट से जुड़े तनाव से चीन-ताईवान से जुड़े रिश्तों पर सीधे कोई असर नहीं दिखेगा। तीसरी वजह ये है कि गोल्डन वीक हॉलिडे के दौरान टूरिज्म में तेजी से चाइनीज शेयरों को सपोर्ट मिलेगा।

डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए सलाह या विचार एक्सपर्ट/ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदायी नहीं है। यूजर्स को मनीकंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले हमेशा सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।