Angel One Share Price: दिग्गज ब्रोकरेज फर्म एंजेल वन ने लाइफ इंश्योरेंस बिजनेस में एंट्री की तैयारी कर ली है। इसे लेकर कंपनी लिववेल (LivWell) के साथ ज्वाइंट वेंचर बनाएगी। ब्रोकरेज फर्म ने यह जानकारी एक्सचेंज फाइलिंग में दी है। इस खुलासे पर पहले तो शेयर उछल पड़े। हालांकि फिर मुनाफावसूली के दबाव में यह फिसल गया। फिलहाल बीएसई पर यह 0.94% की गिरावट के साथ ₹2797.70 के भाव पर है। इंट्रा-डे में यह 0.91% की बढ़त के साथ ₹2849.95 के हाई तक पहुंचा था तो इस लेवल से मुनाफावसूली के चलते 2.25% टूटकर ₹2785.80 तक आ गया था।
Angel One का क्या है प्लान?
एंजेल वन डिजिटल-फर्स्ट लाइफ इंश्योरेंस कंपनी शुरू करने के लिए लिववेल के साथ ज्वाइंट वेंचर बनाएगी। हालांकि इसे नियामकीय मंजूरी लेनी होगी। लिववेल लाइफस्टाइल और वेलनेस-फोकस्ड इंश्योरेटक प्लेटफॉर्म है। अब एंजेल वन इसके साथ मिलकर एक ज्वाइंट वेंचर बनाएगी जो देश का पहला फिनटेक पार्टनर्ड लाइफ इंश्योरेंस बिजनेस होगा। इस ज्वाइंट वेंचर में ₹400 करोड़ निवेश होंगे जिसमें से एंजेल वन 26% हिस्सा यानी ₹104 करोड़ देगी और बाकी 74% यानी ₹296 करोड़ लिववेल देगी। इस ज्वाइंट वेंचर के चेयरपर्सन प्रूडेंशियल एशिया के पूर्व रीजनल सीईओ विल्प ब्लैकबर्न और सीईओ एविवा वियतनाम क पूर्व डिप्टी सीईओ निखिल वर्मा होंगे। एंजेल वन के लिए यह ज्वाइंट वेंचर रेवेन्यू के नए रास्ते खोलेगी। इसके अलावा यह इन-हाउस इंश्योरेंस प्रोडक्ट्स के जरिए एंजेल वन के डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क को और मजबूत करेगी।
एक साल में कैसी रही शेयरों की चाल और आगे क्या है रुझान?
एंजेल वन के शेयर पिछले साल 9 दिसंबर 2024 को ₹3502.60 पर थे जो इसके शेयरों के लिए एक साल का रिकॉर्ड हाई है। इस हाई से यह तीन महीने में 44.56% फिसलकर 13 मार्च 2025 को ₹1942.00 पर आ गया जो इसके शेयरों के लिए एक साल का रिकॉर्ड निचला स्तर है। अब आगे की बात करें तो इंडमनी पर मौजूद डिटेल्स के मुताबिक इसे कवर करने वाले 8 एनालिस्ट्स में से 6 ने इसे खरीदारी, 1 ने होल्ड और 1 ने सेल रेटिंग दी है। इसका हाइएस्ट टारगेट प्राइस ₹3200 और लोएस्ट टारगेट प्राइस ₹2325 है।
एंजेल वन के लिए चालू वित्त वर्ष 2026 की शुरुआत कुछ खास नहीं रही। चालू वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही अप्रैल-जून 2025 में एंजेल वन का शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 60.9% गिरकर ₹114.4 करोड़ और रेवेन्यू करीब 18% गिरकर ₹1141 करोड़ पर आ गया। ऑपरेटिंग लेवल पर बात करें तो ऑपरेटिंग प्रॉफिट इस दौरान 41.7% गिरकर ₹274.9 करोड़ पर आ गया और मार्जिन 942 बीपीएस फिसलकर 24.1% पर आ गया। हालांकि तिमाही आधार पर एयूएम (एसेट अंडर मैनेजमेंट) 33.6% बढ़कर ₹5.07 हजार करोड़ पर पहुंच गया।
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