Bajaj Finance Share Price: जून तिमाही के कमजोर नतीजे के बाद बजाज ग्रुप की बजाज फाइनेंस की रेटिंग में जेपीमॉर्गन ने कटौती की तो शेयर धड़ाम हो गए। जेपीमॉर्गन ने देश के सबसे बड़े नॉन-बैंक लेंडर की रेटिंग को घटाकर ओवरवेट से न्यूट्रल कर दिया है। इसके चलते बजाज फाइनेंस के शेयरों को बेचने की होड़ मच गई और शेयर 6% से अधिक टूट गए। निचले स्तर पर शेयरों ने संभलने की कोशिश की लेकिन अब भी यह काफी कमजोर स्थिति में है। आज बीएसई पर यह 4.73% की गिरावट के साथ ₹913.65 के भाव पर बंद हुआ है। इंट्रा-डे में यह 6.40% फिसलकर ₹897.65 पर आ गया था।
गुरुवार को अर्निंग्स कॉल में बजाज फाइनेंस ने कहा कि दोपहिया, तिपहिया और एमएसएमई सेगमेंट में दबाव बना हुआ है और इस वित्त वर्ष 2026 में एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) की ग्रोथ सुस्त बनी रह सकती है। मैनेजमेंट का अनुमान है कि इसकी ओवरऑल एयूएम ग्रोथ इस साल 23%-25% के बीच रह सकती है। शेयरों को लेकर बात करें तो इसे कवर करने वाले 39 एनालिस्ट्स में से 20 ने इसे खरीदारी, 14 ने होल्ड और पांच ने सेल रेटिंग दी है।
Bajaj Finance पर क्या है ब्रोकरेज फर्मों का रुझान?
जेपी मॉर्गन ने जून तिमाही के कारोबारी नतीजे के बाद बजाज फाइनेंस की रेटिंग को ओवरवेट से घटाकर न्यूट्रल कर दिया है। हालांकि रेटिंग में कटौती के बावजूद जेपीमॉर्गन का कहना है कि बजाज फाइनेंस सबसे अच्छी क्वालिटी का एनबीएफसी बना हुआ है। जिसमें क्वालिटी के साथ हाई ग्रोथ का दुर्लभ कॉम्बिनेशन है। हालांकि मार्गेज एट्रीशन में तेजी, एमएसएमई एसेट क्वालिटी में कमजोरी और दोपहिया-तिपहिया गाड़ियों के लोन में लगातार कमजोरी से इसे आगे और झटका लग सकता है। ऐसे में जेपीमॉर्गन ने इसकी फिर से रेटिंग में बदलाव के लिए एक से दो तिमाही तक रुकने की उम्मीद जताई है।
यूबीएस ने भी बजाज फाइनेंस को ₹750 के टारगेट प्राइस के साथ सेल रेटिंग दी है। ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि राजीव जैन के किसी उत्तराधिकारी का ऐलान वर्ष 2028 में उनके कार्यकाल के आखिरी में होगा जिससे नियर टर्म में अनिश्चितता दूर हो गई है लेकिन एमएसएमई सेगमेंट में दबाव बना रह सकता है।
मैक्वेरी ने भी बजाज फाइनेंस को अंडरपरफॉर्म रेटिंग दी है और टारगेट प्राइस ₹800 पर फिक्स किया है। मैक्वेरी का कहना है कि इसके शेयरों ने अभी ग्रोथ गाइडेंस में गिरावट और हाई क्रेडिट कॉस्ट एडजस्ट नहीं हुआ है। मैक्वेरी का कहना है कि वित्त वर्ष 2027 की बुक वैल्यू के हिसाब से 4.4 गुना भाव (4.4x P/B) एयूएम की 24%-25% की ग्रोथ के हिसाब से है। मैक्वेरी का यह भी कहना है कि अंडरलाइंग स्ट्रेस पूल बढ़ता है तो क्रेडिट कॉस्ट भी बढ़ सकता है।
गोल्डमैन सैक्स न बजाज फाइनेंस की रेटिंग को ₹969 के टारगेट प्राइस पर न्यूट्रल रेटिंग दी है। ब्रोकरेज फर्म का कहना है ऐसे समय में जब एमएसएमई बुक में दबाव बढ़ा हुआ है, तिमाही आधार पर जून 2025 तिमाही में प्रोविजन कवरेज रेश्यो का 160 बेसिस प्वाइंट्स गिरना झटका है। मैनेजमेंट ने भी ओवरलेवरेजिंग को लगातार बनी हुई समस्या बताया है।
बर्न्स्टीन ने बजाज फाइनेंस को ₹640 के टारगेट प्राइस पर अंडरपरफॉर्म रेटिंग दी है। ब्रोकरेज फर्म का कहना है कि जून तिमाही के नतीजे ने दिखा दिया कि बजाज फाइनेंस कितने दबाव में है। बर्न्स्टीन का कहना है कि लोन स्प्रेड में लगातार गिरावट को थामने के लिए इसके पास फिलहाल सीमित ही रास्ते हैं।
सीएलएसए की बात करें तो इसने बजाज फाइनेंस को ₹1,150 के टारगेट प्राइस पर आउटपरफॉर्म रेटिंग दी है। ब्रोकरेज फर्म का कहना है कि जून तिमाही बजाज फाइनेंस के लिए अच्छी नहीं रही लेकिन मार्केट के माहौल के हिसाब से अच्छी ही रही। वित्त वर्ष की सुस्त शुरुआत के बाद सीएलएसए को उम्मीद है कि बजाज फाइनेंस का शुद्ध मुनाफा दो साल में सालाना 25% की चक्रवृद्धि रफ्तार से बढ़ सकता है।
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