Bajaj finance share : RBI के नोटिस के बाद बजाज फाइनेंस का शेयर 2 फीसदी से ज्यादा फिसला है। क्रेडिट कार्ड बिजनेस में खामियों और साइबर सिक्योरिटी को लेकर रिजर्व बैंक ने चिंता जताई है और कहा है कि नियमों के कंप्लायंस के लिए बाहरी ऑडिटर्स की जरूरत है। कंपनी को डाटा सिक्योरिटी को लेकर कदम उठाने होंगे। RBI ने बजाज फाइनेंस को ये नोटिस को-ब्रांडेड क्रेडिट कार्ड डाटा लीक और साइबर सिक्योरिटी को लेकर जारी किया है।
बजाज फाइनेंस को जारी RBI की इस नोटिस में कहा गया है कि कंपनी की साइबर सिक्योरिटी और को-ब्रांडेड क्रेडिट कार्ड को लेकर चिंताजनक स्थिति है। कंपनी को-ब्रांडेड क्रेडिट कार्ड डाटा लीक रोकने में नाकामयाब रही है।RBI का कहना है कि बजाज फाइनेंस को कंप्लायंस पर जोर देना होगा। और डाटा सिक्योरिटी को लेकर कदम उठाने होंगे। कंपनी को IT और साइबर सिक्योरिटी बढ़ाना होगा। कंपनी को ग्राहकों के हितौं की रक्षा सुनिश्चित करनी होगी। कंप्लायंस के लिए बाहरी ऑडिटर्स की जरूरत है। इस मामले पर बजाज फाइनेंस ने अभी तक कोई बयान जारी नहीं किया है।
रिजर्व बैंक ने 31 जनवरी के एक पुराने पत्र का हवाला दिया है जिसका बजाज फाइनेंस ने 22 फरवरी को जवाब दिया था। आरबीआई अपनी ताजी नोटिस में कहा है कि एनबीएफसी ने पहले बताई गई खामियों की पहचान नहीं की है, तथा डेटा लीक और धोखाधड़ी की गतिविधियों को रोकने में विफल रही है।
आरबीआई ने मई 2024 में बजाज फाइनेंस पर लगे प्रतिबंधों को हटा लिया था। इससे कंपनी को दो उत्पादों - ईकॉम और ऑनलाइन डिजिटल 'इंस्टा ईएमआई कार्ड' के लिए ऋण की मंजूरी और वितरण फिर से शुरू करने की अनुमति मिल गई थी। डिजिटल लोन से जुड़े दिशानिर्देशों का पालन न करने के कारण कंपनी पर 2023 में प्रतिबंध लगाए गए थे। पिछले साल नवंबर में आरबीएल बैंक और बजाज फाइनेंस ने अपनी को-ब्रांडेड क्रेडिट कार्ड साझेदारी समाप्त कर दी थी।