Get App

Stocks On Broker's Radar: डॉ रेड्डीज, भारती एयरटेल, एबीबी और थर्मैक्स के स्टॉक्स आज ब्रोकरेज के रडार पर

Dr Reddys पर जेपी मॉर्गन ने अंडरवेट रेटिंग देकर इसका टारगेट 1060 रुपये तय किया है। ब्रोकरेज के मुताबिक कंपनी का Q4 रेवेन्यू अनुमान के मुताबिक रहा। इसका EBITDA उम्मीद से कम देखने को मिला। ब्रोकरेज का कहना है कि भारत में कमजोर ग्रोथ के चलते भी अंडरवेट रेटिंग दी है। वहीं अधिग्रहण जैसे विकल्पों के सहारे डबल डिजिट रेवेन्यू ग्रोथ के कंपनी दावे कर रही है

Edited By: Sunil Guptaअपडेटेड May 12, 2025 पर 11:53 AM
Stocks On Broker's Radar: डॉ रेड्डीज, भारती एयरटेल, एबीबी और थर्मैक्स के स्टॉक्स आज ब्रोकरेज के रडार पर
Bharti Airtel पर मॉर्गन स्टैनली ने ओवरवेट नजरिया अपनाया है। ब्रोकरेज फर्म ने इसका टारगेट 1870 रुपये तय किया है

Stocks On Broker's Radar : दिग्गज फार्मा कंपनी डॉ रेड्डीज का नेट प्रॉफिट सालाना 22% बढ़कर 1,594 करोड़ रुपये रहा जबकि पिछले साल की चौथी तिमाही में ये 1,307 करोड़ रुपये रहा था। कंपनी का रेवन्यू 8.6% बढ़कर 8,506 करोड़ रुपये रहा जबकि पिछले साल की समान तिमाही में 7,830 करोड़ रुपये रहा था। नतीजों के बाद गोल्डमैन सैक्स ने स्टॉक पर न्यूट्रल राय दी है। जबकि जेपी मॉर्गन ने इस पर अंडरवेट राय दी है। भारती एयरटेल पर मॉर्गन स्टैनली ने ओवरवेट नजरिया अपनाया है। इसके साथ ही एबीबी और थर्मेक्स के स्टॉक्स भी ब्रोकर्स के रडार पर आ गये हैं। जानते हैं किस ब्रोकरेज ने किस स्टॉक पर कितना टारगेट प्राइस दिया।

Goldman Sachs on Dr Reddys

गोल्डमैन सैक्स ने डॉ रेड्डीज पर राय देते हुए कहा कि FY26-28 के लिए इसका EPS अनुमान 4% तक बढ़ाया गया है। 4Q रेवेन्यू/adj. EBITDA में 20%/15% की सालाना ग्रोथ देखने को मिली। यूरोप और रूस में मजबूत प्रदर्शन देखने को मिला। FY26 में FY25 जैसा ही मार्जिन बरकरार रखने की कोशिश की है। इस स्टॉक पर ब्रोकरेज ने न्यूट्रल रेटिंग दी है। इसका टारगेट 120 रुपये प्रति शेयर तय किया है।

JP Morgan on Dr Reddys

जेपी मॉर्गन ने डॉ रेड्डीज पर अंडरवेट रेटिंग दी जहै। इसका टारगेट 1060 रुपये तय किया है। उनका कहना है कि Q4 रेवेन्यू अनुमान के मुताबिक रहा। इसका EBITDA उम्मीद से कम देखने को मिला। ये 18% के कमजोर कोर EBITDA मार्जिन के चलते अंडरवेट नजरिया अपनाया है। भारत में कमजोर ग्रोथ के चलते भी अंडरवेट रेटिंग दी है। अधिग्रहण जैसे विकल्पों के सहारे डबल डिजिट रेवेन्यू ग्रोथ के कंपनी दावे कर रही है।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें