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महाराष्ट्र सेल्स टैक्स डिपार्टमेंट संग ₹4131 करोड़ के विवाद में Castrol India की जीत, क्या है मामला; नए हफ्ते में शेयर पर रहेगी नजर

Castrol India Share Price: कैस्ट्रोल इंडिया को विवाद वाले सभी 10 वर्षों के लिए MVAT ट्राइब्यूनल से पहले ही अनुकूल आदेश मिल चुके थे। अब कंपनी को कस्टम्स, एक्साइज एंड सर्विस टैक्स अपीलेट ट्राइब्यूनल से इस मामले में अपने हक में आदेश हासिल हुआ है

Edited By: Ritika Singhअपडेटेड Jul 11, 2025 पर 11:58 PM
महाराष्ट्र सेल्स टैक्स डिपार्टमेंट संग ₹4131 करोड़ के विवाद में Castrol India की जीत, क्या है मामला; नए हफ्ते में शेयर पर रहेगी नजर
Castrol India Ltd का शेयर 11 जुलाई को BSE पर 0.41 प्रतिशत की गिरावट के साथ 220 रुपये पर बंद हुआ।

ल्यूब मेकर कैस्ट्रॉल इंडिया लिमिटेड ने महाराष्ट्र सेल्स टैक्स डिपार्टमेंट (MSTD) के साथ एक लंबे समय से चले आ रहे टैक्स विवाद में जीत हासिल की है। विवाद, महाराष्ट्र वैल्यू एडेड टैक्स (MVAT) व्यवस्था के तहत ₹4,131 करोड़ रुपये के डिमांड ऑर्डर्स से जुड़ा हुआ था। कंपनी को कस्टम्स, एक्साइज एंड सर्विस टैक्स अपीलेट ट्राइब्यूनल (CESTAT) से इस मामले में उसके हक में आदेश हासिल हुआ है।

कैस्ट्रॉल इंडिया ने शेयर बाजारों को इस बारे में जानकारी दी है। मामला 2007-08 से लेकर 2017-18 तक की अवधि से जुड़ा है। महाराष्ट्र सेल्स टैक्स डिपार्टमेंट ने आरोप लगाया था कि इस अवधि में कंपनी द्वारा महाराष्ट्र के प्लांट्स या वेयरहाउसेज से अन्य राज्यों में क्लियरिंग एंड फॉरवर्डिंग एजेंटों (CFAs) को माल की आवाजाही, पहले से मौजूद कस्टमर ऑर्डर्स के आधार पर अंतर-राज्यीय बिक्री थी। इस बेसिस पर कंपनी से 4131 करोड़ रुपये के टैक्स की डिमांड की गई।

कैस्ट्रॉल इंडिया ने इस दावे का विरोध करते हुए कहा कि माल किसी पहले से मिल चुके ऑर्डर के तहत नहीं भेजा गया था और उसकी टैक्स मेथोडोलॉजी कानूनी मानदंडों का पालन करती है।

MVAT ट्राइब्यूनल ने भी कैस्ट्रोल इंडिया के हक में दिया था फैसला

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