सीमेंट कंपनियों के लिए मुश्किल वक्त खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। इस फाइनेंशियल ईयर की पहली छमाही में कच्चे माल पर होने वाला खर्च ज्यादा रहने के आसार हैं। सीमेंट की डिमांड कमजोर है और इसकी कीमतों में नरमी का रुख है। इस वजह से कई सीमेंट कंपनियों की वैल्यूएशन ज्यादा दिख रही है। कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने इस बारे में अपनी रिपोर्ट में बताया है। उसने कहा है कि सीमेंट कंपनियों का मार्केट कैपिटलाइजेशन 100 अरब डॉलर पहुंच गया है।