CLSA on Auto sector : CLSA का कहना है कि पूरी दुनिया में बैटरी से चलने वाली EV की हिस्सेदारी 12 फीसदी ही है। इसमें से भी 30 फीसदी हिस्सेदारी चीन की है। भारत की हिस्सेदारी तो सिर्फ 2.4 फीसदी है। टेस्ला एंट्री पर CLSA ने आगे कहा कि टैरिफ कटौती के बावजूद टेस्ला की गाड़ियां महंगी हैं। टेस्ला मॉडल 35 लाख रुपए की पड़ेगी। इसकी कीमत महिंद्रा XEV 9e, e-Creta, e-Vitara की कीमत ले 20-50 फीसदी ज्यादा है। कीमतें घटाने के बावजूद भी भारत में टेस्ला के टॉप फीचर्स नहीं मिलेंगे।
