Diwali picks : शेयर बाजार के नजरिए से संवत 2079 काफी जोरदार रहा। तमाम चुनौतियों के बावजूद बाजार ने जोरदार तेजी दिखाई और नया हाई भी बनाया। बाजार जानकारों का कहना है। संवत 2080 भी बाजार के लिए शानदार रहने की उम्मीद है। स्टैलियन एसेट मैनेजमेंट (Stallion Asset Management) के फाउंडर अमित जेसवानी (Amit Jeswani) का कहना है कि निवेशकों को नए संवत में हाई ग्रोथ की संभाननाओं वाली कंपनियों पर फोकस करना चाहिए। मनीकंट्रोल दिवाली सेलीब्रेशन में उन्होंने दो ऐसे स्टॉक्स के नाम साझा किए जिनमें आने वाले वर्ष में जोरदार रिटर्न देने की क्षमता है। आइए डालते हैं इन एक नजर।
एमसीएक्स (MCX) : एनएसई पर हर 1 रुपये के फ्यूचर्स के लिए 300 रुपये के ऑप्शंस का कारोबार होता है। वहीं, एमसीएक्स पर, प्रत्येक 1 रुपये के फ्यूचर्स के लिए 3 रुपये के ऑप्शन का कारोबार होता है। जेसवानी का कहना है मौजूदा पैमाने के आधार पर देखें तो एमसीएक्स के ऑप्शन कारोबार में 100 गुना बढ़त की संभावना है। कम ट्रांजेक्शन लागत के कारण कमोडिटी डेरिवेटिव एक्सचेंजों पर होने वाली ट्रेंडिंग तेजी से फ्यूचर्स से ऑप्शन की ओर शिफ्ट हो रही है।
दो साल पहले एमसीएक्स ने अपना ऑप्शंस प्लेटफॉर्म शुरू किया था। पहली तिमाही में इसने 10 करोड़ रुपये का ऑप्शंस रेवेन्यू कमाया था। इसके बाद, इसके रेवेन्यू में लगातार बढ़त देखने को मिली। वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में कंपनी की ऑप्शंस रेवेन्यू 52 करोड़ रुपये तक पहुंच गई।
एनएसई का रेवेन्यू 13,000 करोड़ रुपये है। इसमें अधिकांश योगदान ऑप्शंस का है। एमसीएक्स का मार्केट कैप 13,000 करोड़ रुपये से ज्यादा है। इसने वित्त वर्ष 2023 में 149 करोड़ रुपये का कुल मुनाफा हासिल किया। आगे कंपनी को कम से कम 400-500 करोड़ रुपये का कर बाद मुनाफा होने की उम्मीद है। इसके और ज्यादा होने की भी संभावना है। जेसवानी ने अपनी बात को समझाने के लिए आईईएक्स का उदाहरण दिया, जो कम विकास दर के बाद भी 40 के PE (price-to-earnings) अनुपात पर कारोबार कर रहा है।
बताते चलें की 8 नवंबर को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर एमसीएक्स के शेयर मामूली गिरावट के साथ 2,618.45 रुपये पर बंद हुए थे। पिछले एक महीने में यह शेयर करीब 26 फीसदी चढ़ा है। 2023 में अब तक एमसीएक्स के शेयर की कीमत लगभग 80 प्रतिशत बढ़ गई है, जिससे निवेशकों का पैसा दोगुना हो गया है।
जोमैटो (Zomato) : जेसवानी का मानना है कि अगर सब कुछ सही रहा तो ज़ोमैटो जैसी नए जमाने की टेकनोलॉजी कंपनियां निवेशकों को बहुत सारा पैसा कमा कर दे सकती हैं। वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में ज़ोमैटो का ग्रॉस मर्चेंडाइज वैल्यू (जीएमवी) 8,000 करोड़ रुपये थी। जेसवानी ने आगे कहा कि वित्त वर्ष 2024 में ज़ोमैटो प्लेटफ़ॉर्म के जरिए दिए गए ऑर्डरों की ग्रॉस मर्चेंडाइज वैल्यू (जीएमवी) 32,000 करोड़ रुपये रहने की उम्मीद है। वहीं, वित्त वर्ष 2025 में ये आंकडा लगभग 40,000 करोड़ रुपये पर पहुंच सकता है।
ज़ोमैटो का एडजस्टेड EBITDA 3 फीसदी है। कंपनी के मैनेजमेंट के गाइडेंस से पता चलता है कि ज़ोमैटो का एडजसस्टेड EBITDA 4-5 फीसदी के दायरे में रहेगा। जेसवानी का कहना है कि 4 फीसदी एडजसस्टेड EBITDA पर लगभग 1,600 करोड़ रुपये का कर बाद मुनाफा देखने को मिलेगा। जबकि 5 फीसदी एडजसस्टेड EBITDA पर कंपनी को 2,000 करोड़ रुपये का कर बाद मुनाफा हो सकता है।
जोमैटो का वैल्यूएशन इस समय 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा है। जेसवानी का कहना है कि अगर कंपनी 1,600 से 2,000 करोड़ रुपये का मुनाफा हासिल कर लेती है तो स्टॉक का PE (price-to-earnings)रेशियो 100 गुना तक भी हो सकता है। बताते चलें की कंपनी की ग्रोथ रेट इंडस्ट्री ग्रोथ रेट से 3-4 गुना ज्यादा है।
8 नवंबर को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर Zomato के शेयर 3.17 रुपये बढ़कर 125.15 रुपये पर बंद हुए। पिछले एक महीने में यह शेयर करीब 20 फीसदी चढ़ा है। 2023 में अब तक ज़ोमैटो के शेयर की कीमत 107 फीसदी से ज्यादा बढ़ी है, जिससे निवेशकों का पैसा दोगुना हो गया है।
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