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F&O की वीकली एक्सपायरी बैन हो जाए, तो भी हैरानी नहीं होगी: जीरोधा के CEO नितिन कामत

जीरोधा (Zerodah) के को-फाउंडर और सीईओ नितिन कामत (Nitin Kamath) का कहना है कि अगर वीकली एक्सपायरी आगे चलकर पूरी तरह बैन हो जाए, तो भी उन्हें हैरानी नहीं होगी। कामत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में कहा कि बाकी लोगों की तरह उन्हें भी यह नहीं पता है कि वीकली ऑप्शंस (Weekly Options) का भविष्य क्या होगा

Edited By: Vikrant singhअपडेटेड Sep 19, 2025 पर 12:49 PM
F&O की वीकली एक्सपायरी बैन हो जाए, तो भी हैरानी नहीं होगी: जीरोधा के CEO नितिन कामत
नितिन कामत (Nitin Kamath), जीरोधा (Zerodah) के को-फाउंडर और सीईओ

जीरोधा (Zerodah) के को-फाउंडर और सीईओ नितिन कामत (Nitin Kamath) का कहना है कि अगर वीकली एक्सपायरी आगे चलकर पूरी तरह बैन हो जाए, तो भी उन्हें हैरानी नहीं होगी। कामत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में कहा कि बाकी लोगों की तरह उन्हें भी यह नहीं पता है कि वीकली ऑप्शंस (Weekly Options) का भविष्य क्या होगा। कामत ने कहा कि अगर वीकली एक्सपायरी को पूरी तरह बैन कर दिया जाएगा या फिर इन्हें किसी ऐसे प्रोडक्ट स्यूटेबिलिटी फ्रेमवर्क के तहत ला दिया जाए, जिससे आम लोगों के लिए F&O (फ्यूचर्स और ऑप्शंस) ट्रेड करना मुश्किल हो जाए, तो भी उन्हें हैरानी नहीं होगी।

कामत ने लिखा, “हमारे जैसे ब्रोकर्स के लिए रेगुलेटरी रिस्क सबसे बड़ा जोखिम है। यह खतरा इसलिए और बढ़ जाता है क्योंकि अधिकतर ब्रोकर्स की कमाई ट्रेडर्स से ही होती है, जबकि निवेशकों से उन्हें लगभग कुछ नहीं मिलता।”

उन्होंने स्टॉक एक्सचेंज के आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि जब से वीकली एक्सपायरी की संख्या घटाकर दो कर दी गई है, तब से ऑप्शन वॉल्यूम में करीब 40% की गिरावट आ चुकी है, वह भी बुल मार्केट के दौरान। अगर बाकी बची एक्सपायरी भी हटा दी गईं, तो ऑप्शन वॉल्यूम 2019 के स्तर पर लौट सकता है।

जीरोधा के लिए यह स्थिति इसलिए गंभीर है क्योंकि कंपनी म्यूचुअल फंड्स पर कमीशन नहीं लेती और लंबी अवधि के निवेशकों से भी बहुत मामूली चार्ज करती है। कामत ने कहा, “हम बस समय बिता रहे हैं, लेकिन जल्द ही हमें अपने बिजनेस मॉडल में बदलाव करने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है।”

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