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RBI Rate Cut or Not: अमेरिका के बाद अब भारत में भी सस्ता होगा लोन? एक्सपर्ट्स का ये है कैलकुलेशन

RBI Rate Cut or Not: अमेरिकी फेड ने 18 सितंबर को बेंचमार्क ब्याज दरों में 25 बीपीएस की कटौती की और इसे 4-4.25% कर दिया। ऐसे में चर्चा अब इस बात की हो रही है कि क्या आरबीआई भी ब्याज दरें हल्की करेगा। जानिए इसे लेकर एक्सपर्ट्स का क्या कहना है और अमेरिकी फेड के फैसले का भारत पर क्या असर होगा?

Edited By: Jeevan Deep Vishawakarmaअपडेटेड Sep 19, 2025 पर 2:19 PM
RBI Rate Cut or Not: अमेरिका के बाद अब भारत में भी सस्ता होगा लोन? एक्सपर्ट्स का ये है कैलकुलेशन
RBI Rate Cut or Not: हाल ही में अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने दरों में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती की थी। अब ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि उभरती अर्थव्यवस्था वाले देशों में ऐसा ही कुछ हो सकता है।

RBI Rate Cut or Not: हाल ही में अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने दरों में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती की थी। अब ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि उभरती अर्थव्यवस्था वाले देशों में ऐसा ही कुछ हो सकता है। हालांकि जिन अर्थशास्त्रियों और एक्सपर्ट्स से मनीकंट्रोल ने बात की, उनका कहना है कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की तरफ से फिलहाल इस रास्ते को अपनाने की संभावना नहीं है। उनका मानना है कि आरबीआई का फोकस इसकी बजाय घरेलू इंडिकेटर्स जैसे कि इंफ्लेशन और ग्रोथ के आंकड़ों पर रहेगा।

क्या कहना है जानकारों का?

एएनजेड रिसर्च के इकनॉमिस्ट और फोरेक्स स्ट्रैटेजिस्ट धीरज निम (Dhiraj Nim) का कहना है कि अमेरिका में दरों में कटौती से आरबीआई के लिए रास्ता और खुल गया है लेकिन इसका फोकस ग्रोथ और इंफ्लेशन के बीच घरेलू बैलेंस पर बना रहेगा। उन्होंने कहा कि अगले महीने अक्टूबर में मौद्रिक नीतियों की समीक्षा के दौरान अगर आरबीआई दरों को स्थिर बनाए रखता है तो मार्केट को कोई हैरानी नहीं होगी, क्योंकि अभी तत्काल किसी कटौती की उम्मीद नहीं की जा रही है।

एक्सिस सिक्योरिटीज के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट राजेश पालवीय का कहना है कि भारत में अमेरिकी फेड के फैसले से भारत में विदेशी निवेशकों का निवेश बढ़ सकता है जिससे रुपये को मजबूती मिल सकती है और सेंसेक्स-निफ्टी को भी सपोर्ट मिल सकता है।

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