SEBI के सख्त नियमों और बाजार में करेक्शन से रिटेल ट्रेडर्स की ऑप्शंस में दिलचस्पी काफी कम हो रही है। पिछले कुछ महीनों में रिटेल का ऑप्शंस ट्रेडिंग में वॉल्यूम 82 फीसदी तक घट गया है। बाजार में तेज करेक्शन से भी वॉल्यूम पर दबाव देखने को मिला है। रिटेल ऑप्शन वॉल्यूम पर नजर डालें तो सितंबर 2024 में 1204 करोड़ कॉन्ट्रैक्ट हुए थे। वहीं, अक्टूबर 2024 में ये आंकड़ा 1294 करोड़ कॉन्ट्रैक्ट रहा। इसी तरह नवंबर 2024 में ये आंकड़ा 978 करोड़ कॉन्ट्रैक्ट पर रहा था।