E Factor Experiences IPO Listing: इवेंट मैनेजमेंट कंपनी ई फैक्टर एक्सपीरिएंस (E Factor Experiences) के शेयरों की आज कमजोर मार्केट में भी NSE के SME प्लेटफॉर्म पर शानदार एंट्री हुई। इस आईपीओ को निवेशकों का तगड़ा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल 73 गुना से अधिक सब्सक्राइब हुआ था। आईपीओ के तहत 75 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए थे। आज NSE SME पर इसकी 115 रुपये के भाव पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 53 फीसदी का लिस्टिंग गेन (E Factor Listing Gain) मिला। लिस्टिंग के बाद भी तेजी थमी नहीं।
उछलकर यह 120.75 रुपये (E Factor Share Price) के अपर सर्किट पर पहुंच गया और इसी लेवल पर बंद भी हुआ यानी कि इसके पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक 61 फीसदी मुनाफे में हैं।
E Factor Experiences IPO को कैसा मिला था रिस्पांस
ई फैक्टर एक्सपीरिएंस का 25.92 करोड़ रुपये का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 27 सितंबर- 3 अक्टूबर के बीच खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का तगड़ा रिस्पांस मिला था। ओवरऑल यह आईपीओ 73.14 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाईड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) का हिस्सा 46.09 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 168.26 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 47.78 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 34.56 लाख नए शेयर जारी हुए हैं। नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने, कर्ज चुकाने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में होगा।
वर्ष 2003 में बनी ई फैक्टर एक्सपीरिएंस इवेंट एक्सीपरिएंसेज, इवेंट सर्विसेज, टेक्नोलॉजी पर आधारित स्थायी और अर्द्ध स्थायी मल्टीमीडिया लाइट एंड साउंट इंस्टॉलेशन्स और स्पेशलाइज्ड टर्न्की इवेंट असाइनमेंट्स, वेडिंग मैनेजमेंट और प्राइवेट एंड सोशल इवेंट सॉल्यूशन्स मुहैया कराती है। इसके ऑफिस दिल्ली, नोएडा, जयपुर और ओडिशा में हैं और इसके 32 एंप्लॉयीज हैं। इसके कामकाज की बात करें तो इसने ओडिशा में इको रिट्रीट और डॉटफेस्ट के साथ-साथ काशी बैलून एंट बोट रेस में दीपोत्सव पर लेजर शो एंड फायरवर्क्स जैसे इवेंट मैनेज किए हैं।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हो रही है। वित्त वर्ष 2021 में इसे 1.23 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो वित्त वर्ष 2022 में बढ़कर 2.56 करोड़ रुपये और फिर वित्त वर्ष 2023 में उछलकर 7.61 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू भी तेजी से आगे बढ़ा है। वित्त वर्ष 2021 में इसका रेवेन्यू 9.91 करोड़ रुपये था जो वित्त वर्ष 2022 में बढ़कर 57 करोड़ रुपये और फिर वित्त वर्ष 2023 में 119.45 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।