Arabian Petroleum IPO Listing: ग्रीस-तेल बनाने वाली अरेबियन पेट्रोलियम (Arabian Petroleum) के शेयरों की आज कमजोर मार्केट में भी NSE के SME प्लेटफॉर्म पर शानदार एंट्री हुई। हालांकि लिस्टिंग के बाद कमजोर मार्केट सेंटिमेंट में यह नरम हुआ और आईपीओ निवेशकों का मुनाफा नीचे आया। इस आईपीओ में खुदरा निवेशकों ने जमकर पैसे लगाए थे और उनके लिए आरक्षित हिस्सा 23 गुना से अधिक भरा था। आईपीओ के तहत 70 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए थे। आज NSE SME पर इसकी 77.40 रुपये के भाव पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 10.57 फीसदी का लिस्टिंग गेन (Arabian Petroleum Listing Gain) मिला। हालांकि लिस्टिंग के बाद यह नरम पड़ा। दिन के आखिरी में यह 76.10 रुपये (Arabian Petroleum Share Price) पर बंद हुआ है यानी कि आईपीओ निवेशकों का मुनाफा घटकर 8.71 फीसदी रह गया है।
Arabian Petroleum IPO को कैसा मिला था रिस्पांस
अरेबियन पेट्रोलियम का 20.24 करोड़ रुपये का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 25-27 सितंबर के बीच खुला था। खुदरा निवेशकों के दम पर इस आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिला था। ओवरऑल यह आईपीओ 19.91 गुना सब्सक्राइब हुआ था जिसमें खुदरा निवेशकों का हिस्सा 23.19 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 28.92 लाख नए शेयर जारी हुए हैं। नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने, आम कॉरपोरेट उद्देश्यों और इश्यू से जुड़े खर्चों को भरने में करेगी।
वर्ष 2006 में बनी अरेबियन पेट्रोलियम स्पेशियलटी ऑयल, कूलैंट्स जैसे लुब्रिकेंट्स बनाती है। इसके प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल गाड़ियों और इंडस्ट्रीज में होता है। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हो रही है। वित्त वर्ष 2021 में इसे 2.88 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो वित्त वर्ष 2022 में बढ़कर 4.14 करोड़ रुपये और फिर वित्त वर्ष 2023 में उछलकर 4.86 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू भी लगातार बढ़ा है। वित्त वर्ष 2021 में इसका रेवेन्यू 110.24 करोड़ रुपये था जो वित्त वर्ष 2022 में बढ़कर 191.59 करोड़ रुपये और फिर वित्त वर्ष 2023 में 243.95 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।