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Mutual Fund investment : जनवरी में इक्विटी फंड निवेश 28% बढ़ा, SIP के जरिए हुआ 18,838 करोड़ रुपये का निवेश

Mutual Funds : जनवरी महीने में एसआईपी के तहत आने वाला असेट अंडर मैनेजमेंट 10 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 10.27 लाख करोड़ रुपये हो गया। भारतीय इक्विटी बाजारों में आई रैली के कारण दिसंबर में भारतीय म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री की एयूएम 50 ट्रिलियन से ऊपर पहुंच गई

अपडेटेड Feb 08, 2024 पर 2:32 PM
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Mutual Funds : जनवरी में मल्टी-कैप कटेगरी के फंडों में भी काफी निवेश हुआ है। दिसंबर 2023 में इस कटेगरी में लगभग 1,852 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था। ये निवेश जनवरी 2024 में बढ़कर 3,038 करोड़ रुपये तक पहुंच गया

Mutual Fund investment : म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के संगठन एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स ऑफ इंडिया (एएमएफआई) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक जनवरी महीने के दौरान ओपन-एंडेड इक्विटी फंडों में होने वाला निवेश 28 फीसदी बढ़कर 21,780.56 करोड़ रुपये पर रहा है। इम आंकड़ों के मुताबिक मार्च 2021 से शुरू होने वाले लगातार 35वें महीने इक्विटी फंडों में होने वाला निवेश पॉजिटिव जोन में रहा है। इस अवधि में एसआईपी के जरिए होने वाला निवेश 18,838 करोड़ रुपये के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया, जो दिसंबर में 17,610 करोड़ रुपये पर रहा था।

28 लाख नए एसआईपी खाते खुले

जनवरी महीने में एसआईपी के तहत आने वाला असेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) भी 10 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 10.27 लाख करोड़ रुपये हो गया। जबकि इस अवधि दौरान 28 लाख नए एसआईपी खाते खुले।


स्मॉल-कैप फंडों में होने वाला निवेश घटा

इस बीच, दिसंबर में 75,560 करोड़ रुपये की निकासी के मुकाबले जनवरी में डेट फंड में होने वाला शुद्ध निवेश 76,469 करोड़ रुपये पर रहा। जनवरी में इक्विटी फंडों में, लार्ज-कैप और मिड-कैप फंडों में 1,287 करोड़ रुपये और 2,061 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश देखने को मिला है। जनवरी में स्मॉल-कैप फंड में होने वाला निवेश 16 फीसदी गिरकर 3,257 करोड़ रुपये पर रहा है।

मिड और स्मॉल कैप से लॉर्ज कैप की ओर शिफ्ट हो रहा रुझान

मोतीलाल ओसवाल एसेट मैनेजमेंट कंपनी के अखिल चतुर्वेदी का कहना है कि दिसंबर 2023 में हुई निकासी के विपरीत जनवरी में लार्ज कैप निवेश आता दिखा है। ट्रेंड में यह बदलाव लार्ज कैप के मुकाबले मिड और स्मॉल-कैप के महंगे हो जाने के कारण आया है। ये इस बात का संकेत है कि लार्ज कैप या फ्लेक्सी कैप पर आधारित स्कीमों में आगे बड़ा निवेश आ सकता है। कुल मिलाकर, बाजार की लगातार मजबूती से निवेशकों की धारणा को मजबूती दी है।

जनवरी में मल्टी-कैप कटेगरी के फंडों में भी हुआ निवेश

जनवरी में मामूली उतार-चढ़ाव के बावजूद बाजार महीने-दर-महीने आधार पर सपाट बंद हुआ था। जनवरी में मल्टी-कैप कटेगरी के फंडों में भी काफी निवेश हुआ है। दिसंबर 2023 में इस कटेगरी में लगभग 1,852 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था। ये निवेश जनवरी 2024 में बढ़कर 3,038 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। हाइब्रिड कटेगरी में, मल्टी-एसेट एलोकेशन फंड में 7,079 करोड़ रुपये का जोरदार निवेश देखने को मिला जो पिछले महीने में 2,420 करोड़ रुपये पर रहा था।

हालांकि, इनमें से अधिकांश निवेश तीन मल्टी एसेट एलोकेशन फंड के नए फंड ऑफर में आया है। तीन नए फंड, बंधन मल्टी एसेट एलोकेशन फंड, मिराए एसेट मल्टी एसेट एलोकेशन फंड और सुंदरम मल्टी एसेट एलोकेशन फंड ने पिछले महीने अपनी एनएफओ अवधि के दौरान 4,247 करोड़ रुपये जुटाए।

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ओपन-एंडेड इक्विटी फंडों में बढ़ा निवेश

जनवरी महीने में ओपन-एंडेड इक्विटी फंडों में होने वाला कुल निवेश दिसंबर के 42,761 करोड़ रुपये के शुद्ध निकासी के मुकाबले 1.23 ट्रिलियन रुपये रहा। एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स ऑफ इंडिया (एएमएफआई) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, भारतीय इक्विटी बाजारों में रैली के कारण दिसंबर में भारतीय म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री की एयूएम 50 ट्रिलियन (50 लाख करोड़ रुपये) से ऊपर पहुंच गई।

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