इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स का कहना है कि बाजार में देखने के मिल रहा मौजूदा करेक्शन कोई आश्चर्यजनक बात नहीं है और अभी भी बाजर में तमाम मल्टीबैगर खोजने के अवसर हैं। सेजवन इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स के संस्थापक भागीदार और सीआईओ समित वर्तक ने कहा कि बाजार साइकिल आमतौर पर हर ढाई से चार साल में पीक पर होता है। उन्होंने कहा यह बुल मार्केट का संकेत है कि बाजार अर्निंग्स से पहले चलता है। फिर कुछ जोखिम नजर आते हैं और फिर बाजार में करेक्शन होता है। वर्तक ने 2008 की बाजार गिरावट का उदाहरण दिया,जब निफ्टी में 55 फीसदी और स्मॉल कैप में 75 फीसदी की गिरावट आई थी।