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FII fund flow : विदेशी संस्थागत निवेशकों ने 4,788 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, डीआईआई ने की जोरदार खरीदारी

Fund flow action : 3 मार्च को सेंसेक्स और निफ्टी में सपाट बंद हुए। तेल और गैस के साथ फाइनेंशियल शेयरों में कमजोरी ने निफ्टी पर दबाव डाला। लेकिन आईटी शेयरों से बाजार को कुछ सपोर्ट मिला। 3 मार्च को विदेशी संस्थागत निवेशक ने 4,788 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। वहीं, दूसरी तफ डीआईआई ने की जोरदार खरीदारी की

MoneyControl Newsअपडेटेड Mar 04, 2025 पर 5:04 AM
FII fund flow : विदेशी संस्थागत निवेशकों ने 4,788 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, डीआईआई ने की जोरदार खरीदारी
विदेशी संस्थागत निवेशक ने 9,846 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे और 14,634 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। इस वर्ष अब तक एफआईआई 1.51 लाख करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों के शुद्ध विक्रेता रहे हैं

प्रोविजनल आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशक (FII/FPI) 3 मार्च को नेट सेलर रहे। इन्होंने कल 4,788 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। जबकि घरेलू संस्थागत निवेशक (DII) 8,790 करोड़ रुपये के शेयरों के नेट बॉयर रहे। 3 मार्च के कारोबारी सत्र के दौरान,घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 17,344 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे और 8,553 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। वहीं, विदेशी संस्थागत निवेशक ने 9,846 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे और 14,634 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। इस वर्ष अब तक एफआईआई 1.51 लाख करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों के शुद्ध विक्रेता रहे हैं, जबकि डीआईआई ने 1.6 लाख करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की शुद्ध खरीद की है।

3 मार्च को सेंसेक्स और निफ्टी में मामूली बदलाव के साथ बंद हुए। तेल और गैस के साथ फाइनेंशियल शेयरों में कमजोरी ने निफ्टी पर दबाव डाला। लेकिन आईटी शेयरों से बाजार को कुछ सपोर्ट मिला। ग्लोबल ट्रेड से जुड़ी चिंताओं के कारण निवेशकों का सेंटीमेंट खराब रहा जिससे बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिला। इंडेक्स कल 1996 के बादकी सबसे लंबे मासिक गिरावट के बाद वापसी की कोशिश करते हुए बढ़त के साथ खुले थे। डोमेस्टिक ग्रोथ में तेज उछाल ने कुछ समय के लिए बादार का उत्साह बढ़ाए रखा। लेकिन लगातार बनी ग्लोबल अनिश्चितताओं के काऱण बाजार की शुरुआती बढ़त गायब हो गई।

ब्रॉडर मार्केट में मिलाजुला रुझान देखने को मिला। जिसमें बीएसई मिडकैप इंडेक्स में 0.3 फीसदी की बढ़त देखने को मिली। जबकि बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स में 0.7 फीसदी की गिरावट आई। सेक्टोरल इंडेक्सों की बात करें तो निफ्टी आईटी में 0.8 फीसदी की बढ़त हुई। निफ्टी ऑयल एंड गैस इंडेक्स में 1 फीसदी से अधिक की गिरावट आई। आरआईएल, ओएनजीसी और आईजीएल ने बाजार पर दबाव बनाया। बेंचमार्क इंडेक्सों में शामिल दूसरा सबसे बड़ा स्टॉक रिलायंस इंडस्ट्रीज 3 फीसदी गिरकर 16 महीने के निचले स्तर पर आ गया। ब्लूमबर्ग के मुताबिक बैटरी सेल प्लांट लगाने में देरी के कारण रिलायंस न्यू एनर्जी पर जुर्माना लगने का खतरा है।

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