भारत में आम चुनाव की वजह से विदेशी निवेशक ‘वेट एंड वॉच’ की नीति अपना रहे हैं। मौजूदा महीने के पहले दो कारोबारी सत्रों में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने भारतीय शेयर बाजारों में सिर्फ 1156 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इससे पहले मॉरीशस के साथ भारत की कर संधि में बदलाव और अमेरिका में बॉन्ड यील्ड में लगातार बढ़ोतरी की चिंताओं के कारण अप्रैल में एफपीआई ने 8,700 करोड़ रुपये के शेयर बेचे थे।