भारतीय शेयर बाजारों में 2023 में अच्छे निवेश के बाद विदेशी निवेशकों ने 2024 में अपने निवेश को काफी हद तक कम कर दिया। इस साल FPI का निवेश 5,000 करोड़ रुपये से अधिक रहा। हाई वैल्यूएशंस और भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं के बीच निवेशकों का अधिक सतर्क रुख अपनाना इसकी मुख्य वजह रही। वेंचुरा सिक्योरिटीज के रिसर्च हेड विनीत बोलिंजकर का कहना है कि 2025 में भारतीय शेयर बाजार में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) के निवेश में सुधार देखने को मिल सकता है। इसे कॉरपोरेट आय में चक्रीय उछाल से सपोर्ट मिलेगा, खासकर कैपिटल गुड्स, मैन्युफैक्चरिंग, इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे सेक्टर्स में।