विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (FPI) भारतीय शेयर बाजार में फिर से बायर बन गए हैं। अक्टूबर में FPI ने भारतीय शेयर बाजार में शुद्ध रूप से 14,610 करोड़ रुपये डाले हैं। इससे पहले उन्होंने लगातार 3 महीने पैसे निकाले थे। इस निवेश को कंपनियों के मजबूत तिमाही नतीजों, अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती और अमेरिका-भारत के बीच व्यापार समझौता जल्द होने की उम्मीदों से बल मिला। इस बीच बॉन्ड बाजार में FPI ने जनरल लिमिट के तहत लगभग 3,507 करोड़ रुपये का निवेश किया। वहीं वॉलंटरी रिटेंशन रूट से 427 करोड़ रुपये निकाले।
