विदेशी संस्थागत निवेशकों (FPI) का भारतीय शेयर बाजार से लगातार पैसा निकालना जारी है। बाजार में उतार-चढ़ाव और ग्लोबल लेवल पर आर्थिक चुनौतियों के बीच FPI की बिकवाली ने शेयर बाजार के सेंटीमेंट को बिगाड़ा है। विदेशी निवेशक साल 2022 की शुरुआत से ही भारतीय बाजार से पैसा निकाल रहे हैं और इस महीने जून में भी उनकी यह रफ्तार कायम है।
साल 2022 में विदेशी निवेशक अभी तक भारतीय शेयर बाजार में करीब 1.81 लाख करोड़ रुपये की बिकवाली कर चुके हैं। हालांकि कुछ एक्सपर्ट को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में FPI की यह बिकवाली थमती हुई दिख सकती है।
NSDL के आंकड़ों के मुताबिक, FPI जून महीने में अभी तक भारतीय इक्विटी मार्केट से 13,888 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली कर चुके हैं। वहीं इससे पहले मई और अप्रैल में उन्होंने भारतीय बाजार से क्रमश: 39,993 करोड़ रुपये और 17,144 करोड़ रुपये निकाले थे। इस तरह मौजूदा वित्त वर्ष के पहले दो महीनों (अप्रैल और मई) में वह भारतीय शेयर बाजार से कुल 57,137 करोड़ रुपये निकाल चुके हैं। बिकवाली का यब दबाव जून में जारी रह सकती है।
यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद मार्च महीने में विदेशी निवेशकों ने भारी मात्रा में बिकवाली की थी और उस महीने भारतीय बाजार से 41,243 करोड़ रुपये की निकासी हुई थी। मार्च महीने में पूरी दुनिया के शेयर बाजारों में कमोडिटी, कच्चे तेल, गैस और दूसरे कंज्यूमर प्रोडक्ट की कीमतों में आई भारी उछाल के चलते गिरावट देखी गई थी।
इससे पहले जनवरी और फरवरी में विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजार से क्रमश: 33,303 करोड़ रुपये और 35,592 करोड़ रुपये की निकासी की थी। इस साल 2022 में भारतीय शेयर बाजार से FPI अभी तक कुल 1,81,043 करोड़ रुपये निकाल चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने डेट या बॉन्ड मार्केट से भी इल साल अभी तक करीब 14,055 करोड़ रुपये की निकासी की है।
इस निकासी का असर भारतीय शेयर बाजारों पर साफ देखा जा सकता है और BSE सेंसेक्स और NSE निफ्टी इस साल अभी तक 8 फीसदी से अधिक गिर चुके हैं। बीते शुक्रवार को सेंसेक्स 1,016.84 अंक या 1.84% गिरकर 54,303.44 अंक पर बंद हुआ था। वहीं निफ्टी 276.30 अंक या 1.68 फीसदी गिरकर 16,201.80 अंक पर बंद हुआ था।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के रिसर्च हेड विनोद नायर ने बताया, "अभी तक फेडरल रिजर्व बैंक की तरफ से ब्याज दरों में अधिक बढ़ोतरी की उम्मीद के चलते FPI का रुख नेगेटिव रहा है। अगर फेड रिजर्व की मौजूदा और फ्यूचर पॉलिसी बाजार की उम्मीदों के मुताबिक रहती है, तो यह बिकवाली रुक सकती है।"
उन्होंने कहा, "आने वाले समय में भी घरेलू बाजार पर ग्लोबल ट्रेंड्स का असर बना रहेगा और निकट भविष्य में FPI की बिक्री जारी रह सकती है। हालांकि, हम छोटी से मध्यम अवधि के दौरान FII की बिक्री में नरमी की उम्मीद करते हैं।"