Stock Market News: करीब 164 साल पुरानी दिग्गज इंजीनियरिंग कंपनी ग्रीव्स कॉटन (Greaves Cotton) के शेयर आज कमजोर मार्केट में भी ढह गए हैं। इक्विटी बेंचमार्क इंडेक्स BSE Sensex आज आधे फीसदी से अधिक मजबूत है लेकिन ग्रीव्स कॉटन के शेयर करीब 11 फीसदी टूट गए। शेयरों में यह गिरावट नियमों के उल्लंघन पर सरकार के कड़े रुझान के चलते है। सरकार ने कंपनी को ब्याज के साथ सब्सिडी लौटाने को कहा है। इसके चलते ग्रीव्स कॉटन के शेयर आज इंट्रा-डे में बीएसई पर 11.05 फीसदी फिसलकर 132.05 रुपये तक आ गए थे। हालांकि भाव में थोड़ी रिकवरी हुई है और दिन के आखिरी में यह 10.34 फीसदी की कमजोरी के साथ 133.10 रुपये (Greaves Cotton Share Price) पर बंद हुए हैं।
पिछले हफ्ते 26 मई को कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में जानकारी दी कि सरकार ने Greaves Electric Mobility Private Ltd (GEMPL) को करीब 124 करोड़ रुपये की सब्सिडी ब्याज समेत जमा कराने को कहा है। सरकार ने यह निर्देश फेज्ड मैनुफैक्चरिंग प्रोग्राम (PEP) के गाइडलाइंस के उल्लंघन पर दिया है। इसके अलावा कंपनी को एक और झटका लगा है। 25 मई को मिनिस्ट्री ऑफ हैवी इंडस्ट्रीज को एक लेटर भेजा था कि यह फेम इंडिया स्कीम के दूसरे चरण से कंपनी को डी-रजिस्टर कर सकती है क्योंकि यह पीएमपी के गाइडलाइन्स को पूरा नहीं कर रही है।
कंपनी का कहना है कि बोर्ड इस मामले में निपटने के लिए सरकारी नोटिस का सावधानीपूर्वक रिव्यू करेगा और एनालाइज करेगा कि आगे क्या करना है। ग्रीव्स इलेक्ट्रिक मोबिलिटी ग्रीव्स कॉटन की सब्सिडियरी है। यह एंपियर (Ampere) ब्रांड के तहत प्राइमस, मैग्नस ईएक्स और रियो प्लस जैसी इलेक्ट्रिक दोपहिया गाड़ियां बेचती है।
Greaves Cotton के शेयरों ने कैसा दिया है रिटर्न
ग्रीव्स कॉटन के शेयर पिछले साल 8 सितंबर 2022 को 184.50 रुपये पर थे जो एक साल का ऊंचा स्तर है। इसके बाद छह महीने में यह 55 फीसदी से अधिक टूटकर इस साल 14 मार्च 2023 को 118.70 रुपये पर आ गया जो इसका एक साल का निचला स्तर है। इसके बाद शेयरों की खरीदारी फिर बढ़ी और इस निचले स्तर से फिलहाल यह करीब 12 फीसदी रिकवर हो चुका है।