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HDB Financial Services IPO: जुलाई नहीं जून में ही आ सकता है ₹12500 करोड़ का इश्यू, HDFC Bank का शेयर उछला

HDB Financial Services IPO: कंपनी अपने IPO के अपर प्राइस बैंड पर 7.2 अरब डॉलर यानि लगभग 62000 करोड़ रुपये की पोस्ट मनी वैल्यूएशन टारगेट कर रही है। अभी HDFC Bank के पास कंपनी में 94.3% हिस्सेदारी है। IPO के बावजूद HDB फाइनेंशियल सर्विसेज, HDFC Bank की सहायक कंपनी बनी रहेगी

Edited By: Ritika Singhअपडेटेड Jun 16, 2025 पर 6:03 PM
HDB Financial Services IPO: जुलाई नहीं जून में ही आ सकता है ₹12500 करोड़ का इश्यू, HDFC Bank का शेयर उछला
HDB Financial Services के पब्लिक इश्यू में 2,500 करोड़ रुपये के नए इक्विटी शेयर रहेंगे।

HDFC Bank की सहायक कंपनी एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज के IPO के लिए इस साल जुलाई तक इंतजार नहीं करना होगा। यह जून के आखिर में ही लॉन्च हो सकता है। यह IPO 12,500 करोड़ रुपये का है। मनीकंट्रोल को सूत्रों के हवाले से पता चला है, "UDRHP (अपडेटेड ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस) दाखिल कर दिया गया है और योजना है कि कुछ ही दिनों में रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस जमा कर दिया जाए। उसके बाद 24 जून को एंकर पोर्शन जमा कर दिया जाएगा। फिलहाल, यह IPO 25 जून से 27 जून के बीच खुलने की उम्मीद है।"

अगर अचानक से कोई प्रतिकूल घटना घटित होती है, बाजार की स्थितियों में बदलाव होता है या अप्रत्याशित देरी होती है, तो लॉन्च की ये तारीखें बदल सकती हैं। एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज के पब्लिक इश्यू में 2,500 करोड़ रुपये के नए इक्विटी शेयर रहेंगे। साथ ही प्रमोटर HDFC Bank की ओर से 10,000 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर सेल रहेगा। अभी HDFC Bank के पास कंपनी में 94.3% हिस्सेदारी है। HDB फाइनेंशियल सर्विसेज ने अक्टूबर 2024 में सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) के पास अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दाखिल किया था। इसे इस साल जून की शुरुआत में SEBI से मंजूरी मिली।

कितनी पोस्ट मनी वैल्यूएशन का टारगेट

नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी (NBFC) एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज अपने IPO के अपर प्राइस बैंड पर 7.2 अरब डॉलर यानि लगभग 62000 करोड़ रुपये की पोस्ट मनी वैल्यूएशन टारगेट कर रही है। कंपनी को शेयर बाजारों में लिस्ट कराने का फैसला भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से अक्टूबर 2022 में जारी किए गए एक आदेश का पालन करता है। इस फैसले के तहत अपर लेयर नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियों (NBFCs) के तौर पर कैटेगराइज NBFC के लिए, इस कैटेगरी में नोटिफाई किए जाने के 3 साल के अंदर यानि सितंबर 2025 तक स्टॉक एक्सचेंजेस में लिस्ट होना जरूरी है। HDB फाइनेंशियल सर्विसेज इसी कैटेगरी में आती है।

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