Hindenburg impact on Adani Group Stocks: अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) की रिपोर्ट सामने आने के बाद से अडानी ग्रुप (Adani Group) की कंपनियों के शेयरों की पिटाई चल रही है। हालांकि आज स्थिति में कुछ बदलाव दिखा। अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर आज इंट्रा-डे में बीएसई पर 1017.10 रुपये के निचले स्तर तक फिसल गए थे लेकिन फिर यह रिकवर होकर 1.25 फीसदी की बढ़त के साथ 1584.20 रुपये के भाव (Adani Enterprises Share Price) पर बंद हुए। वहीं अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन 394.65 रुपये से रिकवर होकर 7.98% की बढ़त के साथ 498.85 रुपये के भाव पर बंद हुए हैं।
हाइफा पोर्ट (Haifa Port) इजराइल का सबसे बड़ा बंदरगाह है। पिछले साल अडानी पोर्ट्स ने इजराइल के गदोत ग्रुप के साथ एक कंसोर्टियम बनाकर इसे नीलामी में जीत लिया था। इस कंसोर्टियम में अडानी पोर्ट्स की 70 फीसदी हिस्सेदारी है। इसी हाइफा पोर्ट के आधिकारिक हैंडओवर के लिए मंगलवार को अडानी ने इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजमिन नेतन्याहू से मुलाकात की थी। इसके चलते निवेशकों का रुझान अडानी पोर्ट्स को लेकर पॉजिटिव दिख रहा है।
वहीं अडानी एंटरप्राइजेज की बात करें तो इसी की सबसे ज्यादा पिटाई हुई है। हालांकि आज खबर आई है कि अडानी ग्रुप अपने गिरवी रखे शेयरों को जल्द से जल्द छुड़ाने की तैयारी में है। निवेशकों का भरोसा वापस लाने के लिए ऐसा किया जा रहा है।
बता दें कि इससे पहले हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के चलते इसके शेयर टूटने लगे तो कंपनी ने अपना फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) वापस ले लिया। अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने इस पर कहा कि मौजूदा परिस्थितियों में इस एफपीओ को आगे जारी रखना नैतिक रूप से सही नहीं होता। यहां नीचे एक ग्राफ है जिसमें अडानी एंटरप्राइजेज के शेयरों की गिरावट को दिखाया गया है।
Adani vs Hindenburg: सभी घटनाओं की पूरी टाइमलाइन
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट सामने आने से पहले अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर 3400 रुपये के ऊपर थे। फिर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट 24 जनवरी को सामने आई जिसमें अडानी ग्रुप पर स्टॉक मैनिपुलेशन और अकाउंटिंग फ्रॉड का आरोप लगाया गया। अगले दिन 25 जनवरी को अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर टूटना शुरू हुए। 27 जनवरी को अडानी एंटरप्राइजेज का एफपीओ लॉन्च हुआ और इस दिन भाव 2800 रुपये के नीचे था। इसके शेयरों में कुछ हलचल दिखी।
30 जनवरी को हिंडनबर्ग ने कहा कि अडानी ने उसके सवालों का सही तरीके से जवाब नहीं दिया है। इस दिन अडानी एंटरप्राइजेज के भाव 2900 रुपये के करीब थे। 31 जनवरी को यानी अडानी एंटरप्राइजेज का एफपीओ सब्सक्रिप्शन बंद होने के एक दिन बाद इस इश्यू को आश्चर्यजनक रूप से वापस ले लिया गया जबकि यह फुल सब्सक्राइब हुआ था। 1 फरवरी को तो इसके शेयर औंधे मुंह गिर पड़े और 2100 रुपये के करीब आ गए। 2 फरवरी को यह और नीचे 1500 रुपये के करीब आ गया। आज तीन फरवरी को यह और नीचे आया था लेकिन फिर इसने शानदार रिकवरी की।