मई महीने में सरकार ने घरेलू बाजार में बेसिक कमोडिटी की बढ़ती महंगाई पर नकेल कसने के लिए मेटल के एक्सपोर्ट पर टैक्स लगाने का ऐलान किया था। जिसके चलते एफपीआई की तरफ से कमोडिटी स्टॉक से बाहर निकलने की होड़ सी लगती नजर आई। पिछले 2 महीनों में एफपीआई ने 6754 करोड़ रुपए यानी करीब 85 करोड़ डॉलर के मेटल शेयरों की बिकवाली की है।
