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Mushroom Farming: कम जगह, कम खर्च, ज्यादा मुनाफा, मशरूम खेती से छोटे किसान होंगे मालामाल

Medicinal Mushroom Farming: किसान भाइयों के लिए खुशखबरी है कि अब बड़े खेत की जरूरत नहीं, फिर भी अच्छी कमाई की जा सकती है। छोटे कमरे या झोपड़ी में औषधीय मशरूम की खेती शुरू की जा सकती है। कम जगह, कम लागत और कम समय में ज्यादा आय मिलने के कारण यह छोटे किसानों में लोकप्रिय हो रही है

MoneyControl Newsअपडेटेड Nov 23, 2025 पर 10:56 AM
Mushroom Farming: कम जगह, कम खर्च, ज्यादा मुनाफा, मशरूम खेती से छोटे किसान होंगे मालामाल
Medicinal Mushroom Farming: औषधीय मशरूम की खासियत ये है कि इन्हें सामान्य कमरे या झोपड़ी में भी उगाया जा सकता है।

किसानों के लिए ये एक शानदार अवसर है कि अब बड़े खेत-खलिहान की जरूरत नहीं पड़ती, फिर भी अच्छी कमाई की जा सकती है। यदि आपके पास सिर्फ झोपड़ी या छोटा कमरा है, तब भी आप औषधीय मशरूम की खेती शुरू कर सकते हैं। आजकल बाजार में औषधीय मशरूम की मांग लगातार बढ़ रही है, खासकर शिटाके, इनोकी और किंग ओयस्टर जैसी प्रजातियों की। पारंपरिक खेती की तुलना में मशरूम की खेती कम जगह, कम लागत और कम समय में अधिक आय देती है, इसलिए छोटे और सीमांत किसानों के बीच ये तेजी से लोकप्रिय हो रही है। इ

सके अलावा, मशरूम की खेती में मौसम या बड़े पैमाने की जमीन का बंधन नहीं होता, जिससे किसान इसे आसानी से अपने घर के आसपास शुरू कर सकते हैं। सही तकनीक और प्रशिक्षण के साथ किसान इस खेती से अच्छी आमदनी अर्जित कर सकते हैं और अपने परिवार के लिए स्थिर आर्थिक स्थिति भी बना सकते हैं।

कृषि विश्वविद्यालय से मिलता है उच्च गुणवत्ता वाला बीज

डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के एडवांस सेंटर ऑफ मशरूम रिसर्च में औषधीय मशरूम के बीज आसानी से उपलब्ध हैं। इनमें मुख्य रूप से शिटाके, इनोकी और किंग ओयस्टर मशरूम शामिल हैं। इनकी खेती नवंबर से फरवरी के बीच सबसे लाभकारी मानी जाती है। विशेषज्ञ किसान भाइयों को बीज के साथ-साथ पूरी उत्पादन तकनीक भी सिखाते हैं।

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