फर्रुखाबाद के कमालगंज क्षेत्र में सिंघाड़े की खेती इन दिनों तेजी से लोकप्रिय हो रही है। तालाबों की सफाई से लेकर पौध रोपाई तक किसान आधुनिक और असरदार तकनीकें अपनाकर अपनी पैदावार बढ़ा रहे हैं। पहले केवल कुछ ही किसान सिंघाड़े की खेती करते थे, लेकिन अब पूरे क्षेत्र में इसे बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। सिंघाड़ा कम लागत में अधिक उत्पादन देने वाली फसल है, इसलिए ये किसानों के लिए आय का एक स्थायी स्रोत बन गया है। तालाब की सतह पर जमी काई और कचरे को साफ करने के बाद पौध रोपाई की जाती है, जिससे फसल स्वस्थ रहती है और उत्पादन भी बेहतर होता है।
