Elgi Equipments Shares : शेयर बाजार में पिछले कई दिनों से कमजोरी बनी हुई है। ऐसे में भी कई शेयर निवेशकों को दमदार रिटर्न दे रहे हैं। एल्गी इक्विपमेंट्स भी ऐसा ही एक शेयर है, जो पिछले 5 हफ्ते में लगभग 50 फीसदी रिटर्न दे चुका है। 13 मई, 2022 को शेयर 257 रुपये पर बंद हुआ था और शुक्रवार, 17 जून, 2022 को 385.80 रुपये पर बंद हुआ।
शुक्रवार को शेयर ने इंट्रा में लगभग 4 फीसदी की मजबूती के साथ बीएसई पर 396.95 रुपये का उच्चतम स्तर छूआ, हालांकि बाद में तेजी सीमित हुई। सेशन के अंत में शेयर 1.67 फीसदी मजबूत होकर 385.80 रुपये पर बंद हुआ।
क्या बिजनेस करती है कंपनी
Elgi Equipments एयर कम्प्रेसर और ऑटोमोटिव इक्विपमेंट बनाती है। उसके रेवेन्यू में एयर कम्प्रेसर की हिस्सेदारी 90 फीसदी ऑटोमोटिव इक्विपमेंट की हिस्सेदारी लगभग 10 फीसदी है। एल्गी 22 फीसदी बाजार हिस्सेदारी के साथ भारत में एयर कम्प्रेसर मार्केट की दूरी बड़ी कंपनी है और टॉप 8 वैश्विक कंपनियों में शामिल है।
मार्च तिमाही में अच्छे रहे नतीजे
मार्च, 2022 में समाप्त तिमाही के दौरान कंपनी ने अच्छे नतीजे पेश किए थे और सालाना आधार पर उसका कंसॉलिडेटेड प्रॉफिट 68 फीसदी बढ़कर 73.06 करोड़ रुपये हो गया है। वहीं कंसॉलिटेडेट सेल्स सालाना आधार पर 19 फीसदी बढ़कर 728 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गई, जो मार्च, 2021 में समाप्त तिमाही के दौरान 610 करोड़ रुपये रही थी। कंपनी का एबिटडा मार्जिन 163 बीपीएस सुधरकर 14.6 फीसदी तक पहुंच गया।
कोविड से जुड़ी दिक्कतों से उबर रही है कंपनी
कंपनी ने कहा कि मजबूत मांग के चलते कम्प्रेसर बिजनेस के प्रदर्शन में सुधार हुआ है। मिडिल ईस्ट, अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और साउथ ईस्ट एशियाई देशों को छोड़ दें तो दूसरे देशों में बिक्री और मार्केट शेयर ग्रोथ शानदार रही है। मिडिल ईस्ट, अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और साउथ ईस्ट एशियाई देश कोविड-19 से खासे प्रभावित रहे हैं।
कंपनी ने कहा, ऑटोमोटिव बिजनेस हमारी योजनाओं से पहले कोविड की बंदिशों, आपूर्ति संबंधी चुनौतियों और सेल्स और प्रॉफिटेबिलिटी में उतार-चढ़ाव से उबर गया।
वित्त वर्ष 23 के संबंध में कंपनी ने कहा कि कंपनी वित्त वर्ष 23 के रेवेन्यू के लक्ष्य हासिल करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
प्रबंधन ने कहा, भले ही महंगाई, युद्ध और राजनीतिक उथलपुथल से डिमांड कमजोर हो सकती है और मार्जिन प्रभावित हो सकते हैं, लेकिन हम अपनी प्रक्रियाओं की समीक्षा कर रहे हैं और मार्जिन में कमी से बचने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।