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अगले दशक में भारत GDP और मार्केट साइज के लिहाज से दुनिया के टॉप 3 देशों में होगा शामिल - एक्सपर्ट्स

रामदेव अग्रवाल ने कहा कि गलतियों को दोहराने से बचना और गलतियों से सीखना निवेश की दुनिया में काफी अहमियत रखता है

MoneyControl Newsअपडेटेड Jul 15, 2022 पर 2:00 PM
अगले दशक में भारत GDP और मार्केट साइज के लिहाज से दुनिया के टॉप 3 देशों में होगा शामिल - एक्सपर्ट्स
प्रशांत खेमका का कहना है कि भारतीय बाजारों से एफआईआई की लगातार बिकवाली के बीच हमें घरेलू बाजार की मजबूती का भी एहसास हुआ है

स्टॉक मार्केट को दिशा देने में 3 फैक्टर्स की अहम भूमिका होती है। इन फैक्टर्स में वैल्यूएशन, अर्निंग ग्रोथ और लिक्विडिटी शामिल हैं। इस समय बाजार में वैल्यूएशन काफी अच्छे नजर आ रहे हैं और काफी हद तक कंपनियों के कमाई के अनुमान भी अच्छे हैं। लेकिन लिक्विडिटी एक ऐसी चीज है कम होती नजर आ रही है। 2022 की गर्मियों में ये मुद्दा सुर्खियों में भी रहा।

जानकारों का कहना है कि पिछले 2 साल के दौरान मार्केट में भरपूर लिक्विडिटी देखने को मिली और बाजार की तेजी में लिक्विडिटी की अहम भूमिका रही। लेकिन अब हम ऐसे बाजार में है जहां मैक्रो इकोनॉमिक स्थितियां बाजार के लिए चुनौती बनी नजर आ रही हैं। इसके बावजूद बाजार जानकारों का कहना है कि अभी भी बाजार में वेल्थ क्रिएशन के मौके हैं लेकिन इसके लिए धैर्य और लंबे अवधि के निवेश की जरुरत होगी।

ASK Group के एक्जिक्यूटिव डायरेक्ट भरत शाह का कहना है कि एक इकोनॉमी और सामाज के तौर पर भारत आगे बढ़ने के लिए तैयार है लेकिन हमारा नजरिया लॉन्ग टर्म का होना चाहिए। भरत शाह भारत की लॉन्ग टर्म ग्रोथ स्टोरी को लेकर काफी बुलिश है। उन्होंने हाल ही में संपन्न हुए PMS AIF वर्ल्ड के तीसरे मिड ईयर समिट के पैनल डिस्कशन में अपने ये विचार रखे।

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