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बाजार के इस भारी उतार-चढ़ाव वाले दौर में ये 10 स्टॉक्स अगले 3-4 हफ्तों में करा सकतें हैं डबल डिजिट कमाई, इनसे न चूके नजर

एंजेल ब्रोकिंग के समीत चाव्हाण का कहना है कि जब तक ग्लोबल बाजार में अनिश्चितता बनी रहेगी तब तक घरेलू बाजारों में भी उठापटक बनी रहेगी और ऊपरी स्तरों पर दबाब देखने को मिलेगा।

MoneyControl Newsअपडेटेड Feb 14, 2022 पर 12:45 PM
बाजार के इस भारी उतार-चढ़ाव वाले दौर में ये 10 स्टॉक्स अगले 3-4 हफ्तों में करा सकतें हैं डबल डिजिट कमाई, इनसे न चूके नजर
बैंक ऑफ बड़ौदा में 89 रुपए के स्टॉपलॉस और 150 रुपए के लक्ष्य के लिए खरीदारी की सलाह होगी।

आरबीआई पॉलिसी के बाद आई रैली उस गिरावट की भरपाई करने में नाकाम रही जो अमेरिका में बढ़ती महंगाई की वजह से ब्याज दरों में बढ़ोत्तरी और के डर और कच्चे तेल की कीमतों के 7 साल से ज्यादा के हाई पर पहुंचने की वजह से आई है। इसके चलते 11 फरवरी के खत्म हुए हफ्ते में निफ्टी 0.8 फीसदी की गिरावट के साथ 17,375 के स्तर पर बंद हुआ। पिछले हफ्ते मेटल को छोड़ कर सभी सेक्टरों में कमजोरी देखने को मिली। दिग्गजों के साथ ही छोटे और मझोले शेयर भी दबाव में नजर आए थे। निफ्टी मिड कैप और स्मॉल कैप में 2 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली थी।

एंजेल ब्रोकिंग के समीत चाव्हाण का कहना है कि जब तक ग्लोबल बाजार में अनिश्चितता बनी रहेगी तब तक घरेलू बाजारों में भी उठापटक बनी रहेगी और ऊपरी स्तरों पर दबाब देखने को मिलेगा। निफ्टी के लिए 17,000 पर अहम सपोर्ट दिख रहा है। इसके सपोर्टिंग ट्रेंडलाइन का भी सपोर्ट है। जब तक निफ्टी 17,000 पर टिके रहने में कामयाब रहता है तब तक इसमें तेजी आने की पूरी संभावना कायम है। ऊपर के तरफ 17,650 पर सप्लाई आती दिख रही है। अगर निफ्टी मजबूती के साथ इस लेवल को तोड़ कर ऊपर जाता है तो फिर नियर फ्यूचर में 18,000 का स्तर देखने को मिल सकता है।

निफ्टी पिछले कुछ हफ्तों से 17000 से 17600-17700 के दायरे में चक्कर लगा रहा है। 17000 पर निफ्टी के लिए अहम सपोर्ट नजर आ रहा है जबकि 17800 इसके लिए बाधा बना हुआ है । बाजार जानकारों का कहना है कि इस रेंज के दोनों तरफ कोई ब्रेकआउट या ब्रेकडाउन आने पर बाजार की दिशा साफ होगी। जब तक ऐसा नहीं होता है तब तक बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा।

जब तक कोई पक्का ब्रेक आउट देखने को नहीं मिलता तब तक बाजार में दायरे में कारोबार होता दिख सकता है। ऐसे में हमें चुनिंदा स्टॉक्स पर ही फोकस करना चाहिए। आगे बाजार की नजर ग्लोबल संकेतों पर तो रहेगी ही इसके साथ ही अहम सेक्टरों की तरफ से मजबूत लीडरशिप घरेलू बाजार में तेजी लाती दिखेगी।

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