Multibagger Stock: 2021 मे तमाम मल्टीबैगर स्टॉक देखने को मिले हैं। जिन्होंने अपने निवेशकों को मालामाल कर दिया है। 2022 में भी कई मल्टीबैगर स्टॉक देखने को मिले है। Adani Green 2022 का एक ऐसा ही मल्टीबैदर स्टॉक साबित हुआ है। इस साल अब तक यह शेयर 110 फीसदी भागा है और 1345 रुपये से बढ़कर 2795 रुपये पर नजर आ रहा है।
इस तेजी में सबसे बड़ा योगदान पिछले 1 महीने के दौरान आई तेजी का है। पिछले 1 महीने के दौरान यह स्टॉक करीब 50 फीसदी की तेजी के साथ 1822 रुपये से बढ़कर 2795 रुपये पर आ गया है।
जानकारों का कहना है कि कंपनी के फंडामेटल काफी मजबूत है जिनके दम पर 2022 के शुरुआत से इस शेयर में मजबूती देखने को मिल रही है। वर्तमान में अदानी ग्रीन भारत की दसवीं सबसे बड़ी, सबसे ज्यादा वैल्यू वाली कंपनी है। इसका मार्केट कैपिटलाइजेशन 4.41 लाख करोड़ रुपये है।
बता दें कि अदानी ग्रुप का शेयर कंपनी भारत की सबसे ज्यादा वैल्यू वाली लिस्टेड कंपनियों के खास क्लब में जगह बनाने के करीब पहुंच गई है। हाल में आई रैली के दम पर अडानी ग्रीन एनर्जी का मार्केट कैपिटलाइजेशन आईटीसी और कोटक महिंद्रा बैंक से ज्यादा हो गया। इसके साथ ही Adani Green Energy 4.2 लाख करोड़ रुपये के मार्केट कैपिटलाइजेशन के साथ देश की 11वीं बड़ी कंपनी बन गई है। कंपनी अब रिलायंस इंडस्ट्रीज , एचडीएफसी बैंक , इंफोसिस और टाटा कंसल्टैंसी सर्विसेज जैसी टॉप 10 कंपनियों की लिस्ट में शामिल होने से अब सिर्फ 10,000 करोड़ रुपये दूर है।
मार्केट एक्सपर्ट्स ने कहा कि यदि कंपनी आने वाले दिनों में 4.3 लाख करोड़ रुपये मार्केट वाली भारती एयरटेल से आगे निकल जाती है तो वह टॉप 10 क्लब में शामिल होने वाली पहली गैर निफ्टी50 बन जाएगी।
5पैसा के रुचित जैन ने शेयर में आगे तेजी जारी रहने की उम्मीद जताई, लेकिन उन्होंने नई पोजिशन लेने को लेकर आगाह करते हुए कहा कि करेक्शन की स्थिति में इसमें बड़ी गिरावट आ सकती है।
वेंटुरा सिक्योरिटीज के हेड ऑफ रिसर्च विनीत बोलिंजकर ने उम्मीद जाहिर की कि कंपनी के नए प्रोजेक्ट्स के ऐलान की स्थिति में इस स्टॉक की फिर से री-रेटिंग हो सकती है। उन्होंने कहा, अडानी ग्रीन दुनिया की सबसे बड़ी ग्रीन एनर्जी कंपनी बनने की राह पर है।
एक्सचेंज को दी गई जानकारी में Adani Green Energy ने बताया है कि वित्त वर्ष 2022 की चौथी तिमाही में कंपनी की कुल ऑपरेशनल क्षमता सालाना आधार पर 56% बढ़कर 5,410 MW पर पहुंच गई है। इस तिमाही में सालाना आधार पर एनर्जी सेल्स 84% बढ़कर 2,971 मिलियन यूनिट पर पहुंच गई है जो कि वित्त वर्ष 2021 की चौथी तिमाही में 1,614 मिलियन यूनिट पर रही थी।
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