अडानी ग्रुप के शेयर गिराने में इन मशीनों की भी बड़ी भूमिका, दनादन बेचते हैं शेयर: विवेक बजाज

क्या अडानी ग्रुप के शेयरों में तेज बिकवाली के पीछे मशीनों का हाथ हैं? सोशल मीडिया पर्सनालिटी विवेक बजाज का कुछ ऐसा ही मानना है। "अडानी अडानी मत खेलो" नाम से जारी एक वीडियो में उन्होंने बताया कि अडानी ग्रुप के शेयरों में तेज गिरावट के पीछे एक बड़ी भूमिका बेहद तेज ट्रेडिंग करने वाले एल्गो ट्रेडर्स का (HFT Algo) है

अपडेटेड Feb 04, 2023 पर 11:15 PM
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पिछले कुछ सालों में HFT Algo के जरिए शेयर बाजार में ट्रेडिंग काफी तेजी से बढ़ी है

क्या अडानी ग्रुप के शेयरों में तेज बिकवाली के पीछे मशीनों का हाथ हैं? सोशल मीडिया पर्सनालिटी विवेक बजाज का कुछ ऐसा ही मानना है। "अडानी अडानी मत खेलो" नाम से जारी एक वीडियो में उन्होंने बताया कि अडानी ग्रुप के शेयरों में तेज गिरावट के पीछे एक बड़ी भूमिका बेहद तेज ट्रेडिंग करने वाले एल्गो ट्रेडर्स का (HFT Algo) है। HFT Algo बेहद शक्तिशाली कंप्यूटर पर चलते हैं और ये बिजली की स्पीड से ट्रेडिंग कर सकते हैं। पिछले 4 या 5 साल से बाजार में ऐसे एल्गो का दबदबा बढ़ता जा रहा है।

स्टॉकऐज और क्रेडेंट इंफोएज के को-फाउंडर वीडियो में अडानी ग्रुप के शेयरों में पिछले हफ्ते आई तेज गिरावट के संदर्भ में बात कर रहे थे। एक दिन पहले अडानी ग्रुप के 7 शेयर लोअर सर्किट में कारोबार कर रहे थे।

वीडियो में, बजाज ने कहा कि वह अडानी ग्रुप के शेयरों समर्थन में या उसके खिलाफ नहीं बोल रहे हैं, बल्कि वह लोगों को बस किसी भी तरह के नैरेटिव में नहीं पड़ने की सलाह दे रहे हैं।


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उन्होंने कहा, "बाजार के अंदर कई एल्गो हैं। वे कीमतों पर बहुत बारीकी से नजर रखते हैं। जब कीमतें एक स्तर से अधिक गिरती हैं, तो ये एल्गो बेचना शुरू कर देते हैं। वे किसी और चीज (जैसे फंडामेंटल) के बारे में नहीं सोचते। फिर चाहे वे अडानी को बेच रहे हों या किसी और को..। वे बस कीमत के एक खास स्तर (प्रोग्रामिंग के जरिए फीड किया स्तर) से नीचे जाने पर बेचना शुरू कर देते हैं। जब एल्गो बेचता है, फिर दूसरा उसका पालन करता है और फिर तीसरा...। अंत में यह एक पूरी लंबी सीरीज हो जाती है, जो बाजार को अपनी चपेट में ले लेती है। बाजार में आप जो गहरी गिरावट देखते हैं, वे मशीनें कर रही हैं। ये बेचने वाले इंसान नहीं हैं।"

बजाज ने कहा कि जब एक एक्सचेंज (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) ने अडानी ग्रुप की कुछ (तीन) कंपनियों को अतिरिक्त निगरानी लिस्ट में डालने का फैसला किया, तो इससे बाजार में नकारात्मक धारणा और बढ़ गई। उन्होंने कहा, "इससे अडानी में बिकवाली हुई और इसका नकारात्मक असर पड़ा (जिससे शेयरों में अधिक बिकवाली हुई)।"

वास्तव में पिछले कुछ सालों में HFT Algo के जरिए शेयर बाजार में ट्रेडिंग काफी तेजी से बढ़ी है। दिसंबर में NSE की ओर से जारी आंकड़ों से पता चलता है कि एक्सचेंज पर होने वाले कुल ट्रेड का करीब 54 फीसदी Algo के जरिए हो रहा है। बीएसई पर यह आंकड़ा 41 फीसदी है।

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