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सेंसेक्स-निफ्टी ने अब तक ग्लोबल मार्केट की तुलना में किया बेहतर प्रदर्शन, जानिए आगे कैसी रह सकती है इनकी चाल

इस साल के अब तक के ग्लोबल मार्केट के प्रदर्शन पर नजर डालें तो इस अवधि में सेंसेक्स-निफ्टी करीब 1.8 फीसदी मजबूत हुए हैं जबकि ऊपर बताए गए सभी बड़े ग्लोबल इंडेक्सों में 1 से लेकर 25 फीसदी तक की गिरावट देखने को मिली है

MoneyControl Newsअपडेटेड Sep 07, 2022 पर 1:51 PM
सेंसेक्स-निफ्टी ने अब तक ग्लोबल मार्केट की तुलना में किया बेहतर प्रदर्शन, जानिए आगे कैसी रह सकती है इनकी चाल
सुधरते मैक्रो इकोनॉमिक आउटलुक, विदेशी निवेशकों की तरफ से लौटी खरीदारी और कमोडिटी की कीमतों में नरमी से भारतीय बाजार को सपोर्ट मिला है

भारतीय बाजारों ने मध्य अगस्त से अब तक दुनिया के तमाम बड़े बाजारों की तुलना में ज्यादा बेहतर प्रदर्शन किया है । सुधरते मैक्रो इकोनॉमिक आउटलुक, विदेशी निवेशकों की तरफ से लौटी खरीदारी और कमोडिटी की कीमतों में नरमी से भारतीय बाजार को सपोर्ट मिला है। अमेरिका में ब्याज दरों की उम्मीद के चलते ग्लोबल मार्केट में दबाव देखने को मिल रहा है। भारत भी इस दबाव से अछूता नहीं है। फिर भी दूसरे बाजारों की तुलना में भारतीय बाजारों में कम गिरावट आई है। यहां तक की हाल के कुछ कारोबारी सत्रों के इसमें निचले स्तरों से काफी अच्छा सुधार ही देखने को मिला है।

ग्लोबल मार्केट पर नजर डालें तो अगस्त के मध्य के बाद से अब तक डाओ जोन्स में 8.8 फीसदी की गिरावट आई है। वहीं S&P 500 9.22 फीसदी टूटा है। जबकि इसी अवधि में Nasdaq में 12 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। अमेरिका से बाहर निकले तो FTSE100 में 3.2 फीसदी , CAC में 7.4 फीसदी , Dax में 7.5 फीसदी की, Nikkei में 4.3 फीसदी की और Hang Seng में 3.2 फीसदी की गिरावट हुई है। जबकि इसी अवधि में सेंसेक्स और निफ्टी सिर्फ 1 फीसदी फिसले हैं।

इस साल के अब तक के ग्लोबल मार्केट के प्रदर्शन पर नजर डालें तो इस अवधि में सेंसेक्स-निफ्टी करीब 1.8 फीसदी मजबूत हुए हैं जबकि ऊपर बताए गए सभी बड़े ग्लोबल इंडेक्सों में 1 से लेकर 25 फीसदी तक की गिरावट देखने को मिली है।

हाल ही जारी एसबीआई की Ecowrapरिपोर्ट में कहा गया है कि इस समय भारत को साफ तौर पर TINA फैक्टर (कोई दूसरा बेहतर विकल्प ना होना) का फायदा मिल रहा है। भारतीय बाजार निवेश विकल्प के तौर पर दुनिया के तमाम बड़े बाजारों की तुलना में ज्यादा बेहतर नजर आ रहा है। जिसके चलते विदेशी निवेशक एक बार फिर भारत की तरफ रुख कर रहे हैं। वित्त वर्ष 2023 में ग्रोथ और इनफ्लेशन आउटलुक के नजरिए से भारत सबसे बेहतर स्थिति में नजर आ रहे है। चीन कंस्ट्रक्शन सेक्टर में आई बड़ी दिक्कतों के चलते मुश्किल के दौर में है। ऐसे में विदेशी निवेशक भारत की तरफ रुख कर रहे हैं।

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