इंडसइंड बैंक के सीईओ सुमंत कठपालिया ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि इंडसइंड बैंक की क्राइसिस बैंक के लिए एक बड़ा इम्तिहान है। 10 मार्च को डेरिवेटिव पोर्टफोलियो में लैप्सेज की खबर आने के बाद इंडसइंड बैंक सुर्खियों आ गया। 11 मार्च को स्टॉक मार्केट्स खुलते ही बैंक के शेयर क्रैश कर गए। 10 मार्च को भी बैंक के शेयरों में गिरावट आई थी, जिसकी वजह बैंक के सीईओ को सिर्फ एक साल का एक्सटेंशन था। बैंक के बोर्ड ने कठपालिया को तीन साल का एक्सटेंशन देने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। लेकिन, आरबीआई ने उन्हें सिर्फ एक साल का एक्सटेंशन दिया।
